बेस्ट हिन्दी फीचर फिल्म बनी ‘छिछोरे’
*जीवंत के. शरण-
मंजिले अपनी जगह, रास्ते अपनी जगह…. जी हां, यह फिल्म ‘शराबी’ का गीत बरबस याद आ गया. कंगना राणावत को हठी, मगरूर और अन्य विशेषणों से अलंकृत करते रहें. उधर उसने अपनी लाजवाब अदाकारी से फिर एक बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अपने नाम कर बाॅलीवुड के भीतर के तथाकथित नामचीन दिग्गजों और कुछ हद तक अन्य विरोधियों को करारा जवाब दे दिया है. सोमवार को 67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा कोरोना महामारी के कारण विलंब से जरूर हुआ है. लेकिन इस धमाके में कंगना को चौथी बार बेस्ट ऐक्ट्रेस का पुरस्कार मिला है. बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को सोमवार को घोषित किए गए 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (67th National Film Awards) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया है. कगंना को यह पुरस्कार फिल्म ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ में भूमिका के लिए दिया गया. वहीं, मनोज वाजपेयी को फिल्म ‘भोंसले’ और धनुष को ‘असुरन’ में शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है. फिल्म ‘मणिकर्णिका…’ में कंगना हिरोइन के साथ निर्देशक का भी काम किया है. इससे पूर्व कंगना को फिल्म ‘फैशन’, ‘तनु विद्स मनु रिटर्न’ और ‘क्वीन’ के लिए नेशनल अवार्ड मिल चुका है.
कंगना के लिए इससे बेहतर तोहफा और क्या हो सकता है! 23 मार्च को पुरस्कार की घोषणा हुई और इसी दिन उनका जन्म दिन भी है। बधाई- बधाई- बधाई..!
मनोज-धनुष बेस्ट
और उधर मनोज वाजपेयी ने भी फिर एक बार तमगा हासिल कर यह साबित कर दिया है, कि वास्तव में उनकी अभिनय कला में असीम गहराई है. मनोज वाजपेयी को यह पुरस्कार फिल्म ‘भोंसले’ और तमिल फिल्म के सुपरस्टार धनुष को ‘असुरन’ में शानदार अभिनय के लिए साझा रूप से दिया गया है. मनोज को यह राष्ट्रीय पुरस्कार तीसरी बार दिया गया है.
मनोज वाजपेयी की बिहार से मुंबई की अब तक की यात्रा के दौरान फिल्म ‘सत्या’ और फिल्म ‘पिंजर’ के लिए नेशनल फिल्म पुरस्कार मिल चुका है. मनोज ने फिल्म ‘भोंसले’ में एक रिटायर्ड हवलदार के किरदार को यादगार बना दिया है. फिलहाल वे कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं.
सबसे आगे रहा ‘छिछोरे’
2019 की सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फिल्म ‘छिछोरे’ को घोषित किया गया है. छिछोरे नाम आते ही सामने आता है; एक मासूम और सादगी से लबरेज कलाकार सुशांत सिंह राजपूत का चेहरा. जी हां, ‘छिछोरे’ का हीरो था, सुशांत. इस फिल्म में बिना किसी तामझाम के जिंदगी में कभी हताश नहीं होने का संदेश बेहद सरल और मनोरंजक अंदाज में परोसा गया है. दिवंगत सुशांत अल्पायु में ही 14 जून 2020 को अलविदा कह गए. 2020 में कोविड के कारण नई फिल्में सिनेमाघर तक पहुंची ही नहीं. लेकिन साल 2019 की नितेश तिवारी निर्देशित फिल्म ‘छिछोरे’ बाॅक्स ऑफिस की सफल फिल्मों में से एक थी.
पिछले साल 3 मई को लाॅकडाउन के कारण पुरस्कार की घोषणा को टाल दिया गया था. चर्चित फिल्मकार एन. चन्द्रा ने जूरी के अन्य सदस्यों के सहयोग से फीचर फिल्म केटेगरी में 461और नाॅन फीचर फिल्म केटेगरी में 220 फिल्मों को शामिल कर पुरस्कारों की घोषणा की.
अवॉर्ड जीतने वाले कुछ विजेताओं की लिस्ट
मनोज बाजपेयी को मिला बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड– फिल्म ‘भोंसले’ के लिए
धनुष को मिला बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड- फिल्म ‘असुरन’ के लिए
कंगना रनौत को मिला बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड – ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ के लिए
बेस्ट प्लेबैक सिंगर- ‘केशरी’ के लिए बी प्राक को
बेस्ट फीचर फिल्म (हिंदी)- ‘छिछोरे’
बेस्ट फीचर फिल्म (मराठी)- ‘BARDO’
बेस्ट फीचर फिल्म (पंजाबी)- ‘रब दा रेडियो 2
बेस्ट फीचर फिल्म (हरियाणवी)- ‘छोरी छोरों से कम नहीं’
बेस्ट इंवेस्टिगेटिव फिल्म- ‘Jakkal (Marathi)’
बेस्ट एनिमेशन फिल्म- राधा
बेस्ट फिल्म क्रिटिक्स- सोहिनी चट्टोपाध्याय
मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट अवॉर्ड- सिक्किम