चिंतन शिविर का फैसला, कांग्रेस के नेतृत्व पर टली बात, राहुल तैयार

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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर पार्टी के पत्र लिखने वाले 23 वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व और भविष्य को लेकर उठते सवाल को शांत करने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को नाराज और वरिष्ठ नेताओं के साथ चार घंटे से अधिक समय तक चर्चा की. समझा जाता है कि पार्टी नेतृत्व का प्रश्न पर चिंतन शिविर लगाने के फैसले के साथ टाल दिया गया.  

बैठक में किसने क्या बात कही, यह तो अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन यह जरूर बताया गया है कि भविष्य की रणनीति और पार्टी की मजबूती के लिए अब चिंतन शिविर लगाया जाएगा. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या नाराज नेताओं के रुख में अभी तक बदलाव नहीं आया है?

पंचमढ़ी और शिमला की तर्ज पर जल्द ही चिंतन शिविर  
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने मीडिया से कहा कि पंचमढ़ी और शिमला की तर्ज पर जल्द ही चिंतन शिविर लगाया जाएगा. बैठक सृजनात्मक रही और भविष्य में भी इस तरह का संवाद होगा. चव्हाण 23 नेताओं के साथ खत लिखकर सवाल उठाने वालों में शामिल हैं.  

पत्र लिखने वाले नेताओं की सोनिया से मुलाकात राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ए.के. एंटनी, अंबिका सोनी, अशोक गहलोत, पी. चिदंबरम, कमलनाथ और हरीश रावत की मौजूदगी में हुई. बैठक में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर और कई अन्य नेता शामिल हुए. ये नेता पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल थे.

सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी के साथ इन नेताओं की मुलाकात की भूमिका तैयार करने में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यममंत्री कमलनाथ की अहम भूमिका थी. कमलनाथ ने कुछ दिनों पहले भी सोनिया से मुलाकात की थी.

सूत्रों के अनुसार बैठक में एक बार फिर राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने की चर्चा उठी. इस पर राहुल गांधी ने कहा, पार्टी उन्हें, जो भी जिम्मेदारी देगी उसे निभाएंगे. साथ ही, राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अध्यक्ष को चुनने का फैसला चुनाव पर छोड़ना चाहिए.

राहुल गांधी तैयार!
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कांग्रेस के 20 वरिष्ठ नेता शामिल रहे. बैठक करीब 5 घंटे चली. बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने एकमत से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की इच्छा जाहिर की. इन नेताओं में कई ऐसे वरिष्ठ नेता भी शामिल थे, जिन्होंने सक्रिय नेतृत्व और व्यापक संगठनात्मक बदलाव की मांग को लेकर पहले पत्र लिखा था.

सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं वरिष्ठ नेताओं को महत्व देता हूं. इनमें से बहुत सारे लोगों ने मेरे पिता के साथ काम किया है.’ अध्यक्ष बनने के वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर उन्होंने कहा,‘पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे निभाने के लिए तैयार हूं.’

चिंतन शिविर का होगा आयोजन
बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया गया कि श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा कि सभी नेताओं को साथ मिलकर चलने और संगठन को मजबूत बनाने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में संगठन, विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा.

बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल ने संवाददाताओं से कहा, ‘बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई. सोनिया गांधी ने कहा कि हम बड़ा परिवार हैं और पार्टी को मजबूत करना है. यही बात राहुल गांधी ने कही.’  

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