यूएई स्थित फ्रांस के अल-धाफ्रा एयरबेस के पास ईरान ने समुद्र में कई मिसाइलें दागीं
तेहरान : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित फ्रांस के अल-धाफ्रा एयरबेस के पास ईरान ने समुद्र में कई मिसाइलें उस समय दागीं, जब भारत आ रहे पांच राफेल विमान भी वहीं थे और इनके साथ भारतीय पायलट भी मौजूद थे. ईरानी मिसाइलों के खतरे को देखते हुए भारतीय पायलटों को भी सुरक्षित स्थानों पर छिपना पड़ गया. बताया गया कि ईरान वहां मिसाइल परीक्षण कर रहा था. घटना के बाद फ्रांसीसी एयरबेस के साथ ही खाड़ी स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों को भी थोड़ी देर के लिए अलर्ट कर दिया गया था.
CNN has learned US bases at Al Udeid and Al Dhafra went on alert this am when intel indicators showed an Iranian missile possibly headed that way. Personnel told to take cover for several minutes. No missile struck, US officials say they took prudent precautionary measures
— Barbara Starr (@barbarastarrcnn) July 28, 2020
अमेरिकी मिलिट्री सेंट्रल कमांड ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलवार तड़के ईरान ने हरमुज जलसंधि के नजदीक कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. ईरान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, सैन्य अभ्यास के दौरान रिवोल्यूशनरी गार्ड ने मिसाइलों का परीक्षण किया था. ये परीक्षण खाड़ी में फ्रांसीसी और अमेरिकी सैन्य ठिकानों के नजदीक किए गए. कई मिसाइलें समुद्र में गिरती देखी गईं.
ईरान ने दो दिन पहले ही समुद्र में अपने एक विमानवाहक पोत की प्रतिकृति उतारी थी. सैन्य अभ्यास के दौरान इसे नष्ट किया. ईरानी टीवी ने यह नहीं बताया कि किन मिसाइलों का परीक्षण किया गय. हालांकि, ईरान इस सैन्य अभ्यास से यह संदेश दिया कि अमेरिका उसके निशाने पर है. ईरानी सैन्य अभ्यास और अमेरिकी प्रतिक्रिया से दोनों देशों के बीच युद्ध भड़कने की आशंका बढ़ती जा रही है. पिछले छह महीने के अंदर तनाव बढ़ाने वाली ऐसी दर्जनभर घटनाएं हो चुकी हैं.
The Touchdown of Rafale at Ambala. pic.twitter.com/e3OFQa1bZY
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 29, 2020
उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में पांच सुपरसोनिक राफेल शामिल हो गए हैं. इन फाइटर विमानों की अंबाला एयरबेस पर दोपहर बाद 3.10 बजे हैप्पी लैंडिंग हो गई. फ्रांस से करीब सात हजार किलोमीटर की दूरी तय कर पांच राफेल आज भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन गए. अंबाला एयरबेस पर लैंड होने के बाद अगला चरण इनमें मिसाइल व अन्य उपकरणों को फिट करना है.
भारतीय वायुसेना का राफेल जेट की पहली खेप आज दोपहर करीब 3:20 बजे अंबाला एयरबेस पहुंच गई. फ्रांस से भारत को मिले राफेल फाइटर जेट्स के पहले बैच ने सोमवार को भारत के लिए उड़ान भरी थी और आज वह पहुंचा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पांचों राफेल जेट के अंबाला पहुंचने की जानकारी दी.
बता दें कि राफेल जेट हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली की मिसाइलें जे जा सकता है. लगातार 10 घंटे उड़ान भर सकता है. एक मिनट में 60,000 फुट की ऊंचाई पर जा सकता है. इसमें हवा में ईंधन भी भरा जा सकता. यह 2130 किलोमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ने में सक्षम है और 3700 किमी तक इसकी मारक क्षमता है.
-समाचार एजेंसियों के सौजन्य से