बांद्रा स्टेशन और बस स्टैंड पर गांव जाने के लिए उमड़ पड़ी भीड़

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बांद्रा एसटी बस स्टैंड पर एकत्र गांव लौटने को प्रवासी कामगार. 

लॉकडाउन बढ़ाए जाने की खबर और अफवाह ने कामगारों की बढ़ाई बेचैनी

मुंबई : दूसरे चरण का लॉकडाउन शुरू होने से पहले ही आज यहां बांद्रा पश्चिम के एसटी बस डेपो और रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में मुंबई से बाहर के और परप्रांतीय कामगारों की भीड़ जमा हो गई.
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लॉकडाउन बढ़ाने और अफवाह से हुए लोग परेशान

अभी मिली खबरों के अनुसार बांद्रा में परप्रांतीय और बाहरगांव के कामगारों की उमड़ी भीड़ पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रात आठ बजे एक प्रेस कांफ्रेंस में मुखातिब होंगे. वे परप्रांतीय और बाहरगांव के लोगों के लिए घोषणाएं भी कर सकते हैं. 

पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा 30 अप्रैल तक और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 मई तक लॉकडाउन जारी रखने की घोषणा ने इन लोगों के सब्र का बांध तोड़ डाला. सभी अपने-अपने गांव जाने को उतावले नजर आए. बताया जा रहा है कि यह स्थिति एक अफवाह के कारण पैदा हुई, जिसमें कहा गया था कि बाहरी लोगों को ट्रेन और बसों से सरकार ने बाहर भेजने का इंतजाम किया है.


गृहमंत्री देशमुख आए सामने
राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस को बांद्रा में एकत्र भीड़ के प्रति सहानुभूति के सात उनको समझाने-बुझाने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा है की सभी बाहरी कामगारों के लिए सरकार की ओर से हर संभव मदद की जाएगी.देशमुख ने कहा कि मजदूर परेशान हैं और अपने राज्य में वापस जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार इन मजदूरों के खाने का इंतजाम करेगी. हम मजदूरों को समझा रहे हैं कि उनकी परिस्थितियों को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे.


समझाने पर बात न बनी तो सख्ती पर उतरी पुलिस
इधर लोगों की बांद्रा में उमड़ी ऐसी भीड़ से पुलिस एवं प्रशासन के होश उड़ गए. भारी संख्या में एसटी बस स्टैंड में पुलिस बंदोबस्त कर दिया गया है. पुलिस अधिकारी भीड़ को समझाते नजर आए. कुछ स्थानीय नेता भी लोगों को समझाते नजर आए. उन्होंने उन्हें वापस अपने-अपने ठिकानों पर जाने कहा. समझाने का कोई असर नहीं होने पर बाद में पुलिस सख्ती पर उतर आई. डंडे भांजते ही भीड़ तीतर-बितर हो गई.

हालांकि पुलिस की सख्ती के कारण लोग बस स्टैंड से हटाने को विवश हो गए. लेकिन इतने समय फिर देशव्यापी बंद में फंसे रहने से घबरा चुके लोग अपने घरों तक पहुंचने को व्यग्र हो उठे हैं. लॉकडाउन के कारण उनकी रोजी-रोटी बुरी तरह प्रभावित हुई है.

निजी प्रतिष्ठानों और दुकानों में काम बंद हो जाने से उनके लिए कठिनाई पैदा हो गई है. उनके पास के जमा पैसे ख़त्म होने को हैं सभी को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है. अनेक लोग ऐसे हैं, जिनके पास एक दिन के राशन के लिए भी पैसा नहीं बचा है. काहगार वहां पुलिस अधिकारियों और नेताओं से अपनी मुश्किलें सुनाते रहे. लेकिन आज की परिश्थिति में उनकी व्यथा सुनाने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है.

अफवाह के कारण जमा हुए लोग
बताया जा रहा है कि बांद्रा में आस-पास की बस्तियों में अफवाह फैली कि बाहर के लोगों को घर भेजा जाएगा. जिसके लिए बांद्रा रेलवे स्‍टेशन से ट्रेन चलेगी. जिसके बाद वहां भारी संख्‍या में लोग इकट्ठा होने लगे. वहां जमा लोगों का कहना था कि या तो उन्‍हें घर भेजा जाए या फिर उनके लिए खाने का इंतजाम किया जाए.  

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