World Record

World Record : 895.4 घंटे की गायकी गिनीज बुक में दर्ज

अमरावती
Share this article

895 घंटे, 4 मिनट की गायकी से भारत ने चीन का रिकार्ड तोड़ डाला

चंद्रकांत पोपट (अमरावती)
चीन के 792 घंटे और 2 मिनट लगातार गायकी का विश्वविक्रमी रिकार्ड (World Record)  विराग मधुमालती और उनकी टीम ने तोड़ डाला. मधुमालती ने 895 घंटे और 4 मिनट (38 दिन) की लगातार अपनी गायकी से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड (World Record) में देश का नाम दर्ज कर दिया. यह कार्यक्रम नवी मुंबई के खारघर स्थित लिटल मॉल में 15 नवंबर से 22 दिसंबर तक चला.

विक्रम विराग मधुमालती और उनकी टीम के इस कीर्तिमान (World Record) के साक्षी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि त्रृषि नाथ, सेवानिवृत्त वैज्ञानिक प्रेमप्रकाश अतरेजा, भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री स्वर्गीय कल्पना चावला के पिता बनारसी लाल चावला और अन्य गणमान्य बने.

इस मौके पर त्रृषि नाथ ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है – “895 घंटे और 4 मिनट लगातार गायकी से भारत ने चीन का रिकार्ड तोड़ दिया. विराग मधुमालती और उनकी टीम को मेरी बधाई और उनके भविष्य के उपक्रमों को लिए मेरी शुभेच्छा.”

प्रेमप्रकाश अतरेजा ने कहा कि विराग और और उनकी टीम की लगन और देशभक्ति देखते हुए मुझे आनंद हो रहा है. हमारीपीढ़ी, मौजूदापीढ़ी और आनेवाली पीढ़ी अपने देश का भविष्य उज्वल करनेवालों को हमेशा याद रखेंगी. अच्छा काम कर अपने भारत का सम्मान दुनिया में ऊंचा करना अपने हाथों में है और इसीलिए ऐसे विश्वविक्रमी प्रयास जारी रहने चाहिए.

बनारसी लाल चावला ने अपने भाषण में कहा कि कार्यक्रम में शरीक होने से बीमारी की स्थिति में भी मेरा हौसला बढ़ गया है. यह उपक्रम सराहनीय है और मुझे विश्वास है कि यह उपक्रम लोगों का भी हौसला बढ़ाएगा. केवल ऊंचे विचारों से  हम तरक्की की ओर बढ़ सकते हैं. यह भारत के मुकुट में नया पंख है और इससे लोग जरूर प्रभावित होकर अन्य क्षेत्रों में भी ऊंचाई हासिल करने का प्रयास करेंगे.

विराग मधुमालती वानखेड़े ने कहा कि यह महारथ देश को समर्पित करते हुए मुझे खुशी हो रहे है. लेकिन यह आनंद बयान करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है. मुझे गर्व है कि मै भारत में पैदा हुआ. आज मेरे लिए सुनहरा दिन है और इस कामयाबी का श्रेय मैं अपनी टीम के सभी सदस्यों को देता हूं. भविष्य में भी मैं भारत का नाम रोशन करने का प्रयास करता रहूंगा.

इस अखंड संगीत यज्ञ में दिल्ली, केरल, चेन्नई, आंध्र प्रदेश, ओडीशा, राजस्थान और अन्य राज्यों के करीबन 800 गायकों ने 9,000 गीत गाकर संगीत प्रेमियों का 38 दिन तक लगातार मनोरंजन किया.

इस उपक्रम में अमरावती से चंद्रकांत पोपट, वैशाली बनकर, नैना दापुरकर, श्रद्धा पांडे, इशा बानूबाकोड़े,संध्या वानखेड़े इत्यादि शामिल होकर टीम का हौसला बढ़ाते रहे और उन्हें कार्यक्रम सफल बनाने में सहयोग किया.

विराग मधुमालती व उनकी टीम द्वारा राष्ट्रीय कर्तव्य पालन को समर्पित अवयव दान जनजागृति, बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ, स्टॉप ग्लोबल वार्मिंग, कैंपस विथ हेलमेट, सेव वॉटर-सेव ट्रीज, रक्तदान जैसे ज्वलंत सामाजिक उपक्रमों को बढ़ावा देने और लोगों में इन सभी विषयों के प्रति जागरूकता लाने के लिए इस संगीत महोत्सव का आयोजन 15 नवंबर से 22 दिसंबर तक किया गया था.

इस मैरेथॉन संगीत यज्ञ के स्थल पर 4 कैमरे लगाए गए थे और निरीक्षक पल-पल का जायजा रहे थे. बॉलीवुड कलाकार, गायक, राजकीय नेता और अन्य गणमान्यों ने आयोजन में शरीक होकर गायकों का हौसला बढ़ाया.

विराग मधुमालती ने अब तक अपने चार विश्व विक्रम (World Record) देश की एकता व नेत्रदान की जनजागृति के लिए समर्पित किए हैं. दिव्यांग मित्रों की पीड़ा को महसूस करने के लिए विराग ने अपनी जान जोखिम में डाल कर 100 दिनों तक अपनी आंखों पर पट्टी बांधी और इस दौरान, समाज में नेत्रदान जनजागृति के लिए कई कार्यक्रम किए.

Leave a Reply