पुलिसकर्मियों की होगी नि:शुल्क थैलेसीमिया, सिकलसेल जांच

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थैलेसीमिया

शिविर के आयोजन के लिए पुलिस आयुक्त ने दिए निर्देश

नागपुर : नागपुर के सभी पुलिस स्टेशनों के कर्मचारियों के परिजनों का थैलेसीमिया व सिकलसेल की निःशुल्क जांच कराई जाएगी. यह जांच थैलेसीमिया सोसायटी ऑफ सेंट्रल इंडिया की ओर से की जाएगी.

थैलेसीमिया सोसायटी ऑफ सेंट्रल इंडिया के अध्यक्ष व महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के सदस्य डॉ. विंकी रुघवानी व उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. भूषण कुमार उपाध्याय के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने मंजूरी दे दी है.

मोटवानी ने बताया कि आमतौर पर यह जांच काफी खर्चीली होती है. थैलेसीमिया व सिकलसेल गंभीर अनुवांशिक बीमारियां हैं. इस बीमारी से पीड़ित बच्चा तभी पैदा होता है, जब उसके मां-बाप दोनों थैलेसीमिया माइनर या सिकलसेल ट्रेट हो. जब एक थैलेसीमिया माइनर दूसरे थैलेसीमिया माइनर से विवाह करता है तो उनसे होने वाली संतान को थैलेसिमिया मेजर जैसी घातक बीमारी होती है. इस बीमारी से पीड़ित बच्चे को नियमित रूप से रक्त चढ़ाने की जरूरत होती है. अन्यथा उसकी जान पर बन आती है.

डॉ. विंकी रुघवानी व प्रताप मोटवानी ने बताया कि इस बीमारी को जड़ से रोकना जरूरी है. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी नागरिकों की जान-माल के रक्षक हैं. बहुत ही कठिन परिस्थितियों में उन्हें अपनी ड्यूटी निभानी पड़ती है. अतः यह जरूरी है कि उनके परिजन हर प्रकार से स्वस्थ रहें. ताकि वे बिना किसी मानसिक दवाब के जनता की सेवा कर सकें. इसीलिए सारे पुलिस कर्मचारी व उनके परिजनों की जांच कर उनके बच्चों में ऐसी घातक बीमारी न हो, यह सुनिश्चित करना जरूरी है.

पुलिस कमिश्नर डॉ. उपाध्याय ने पुलिसकर्मियों के प्रति ऐसे सद्भावना वाले सामाजिक कार्य के लिए डॉ. विंकी रूघवानी और प्रताप मोटवानी की सहाराना की. उन्होंने नागपुर शहर के सभी पुलिस स्टेशनों को यह शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया. डॉ. विंकी रुघवानी व प्रताप मोटवानी ने डॉ. उपाध्याय के प्रति आभार व्यक्त किया.

डॉ. विन्की रुघवानी और प्रताप मोटवानी पुलिस आयुक्त डॉ. भूषण कुमार उपाध्याय के समक्ष प्रस्ताव पेश करते हुए.

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