दिल्ली कूच : विदर्भ के 13 लाख पेंशनरों का आह्वान

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दिल्ली कूच

रामलीला मैदान में अगस्त क्रांति दिवस पर विरोध प्रदर्शन आंदोलन का आयोजन

बुलढाणा (महाराष्ट्र) : ईपीएस 95 पेंशनर्स राष्ट्रीय संघर्ष समिति ने विदर्भ के 13 लाख पेंशनर्स से अगले माह सोमवार, 8 अगस्त को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली कूच का आह्वान किया है.

संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत ने सभी पेंशनरों से अनुरोध किया है कि दिल्ली में अगस्त क्रांति दिवस पर रामलीला मैदान में आयोजित विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर केंद्र सरकार को पेंशनरों को न्यायपूर्ण पेंशन देने की जिम्मेदारी का अहसास दिलाएं.

उन्होंने न्यायपूर्ण पेंशन बहाल करने की मांग के संबंध में समाचार पत्र, अनुसूचित जनजाति निगम, विद्युत निगम, शक्कर कारखाना, एमआईडीसी के निजी उद्योग, कृषि निगम, सहकारी बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों आदि के सेवानिवृत कर्मचारियों से उक्त आयोजन में शामिल होने का आग्रह किया है.  

उन्होंने कहा कि यही समय है कि पूरे देश के ईपीएस-95 पेंशनर्स के साथ मिलकर महाराष्ट्र और विदर्भ के पेंशनरों के लिए भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का. उन्होंने बताया कि ईपीएफओ के 31 मार्च 2021 के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र राज्य में ईपीएस 95 पेंशनरों की कुल संख्या 11,67,821 थी, जो अब निश्चय ही बढ़ कर 13 लाख के करीब पहुंच गई है.
 
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वार्षिक रिपोर्ट 2020-21 के अनुसार महाराष्ट्र के 11 क्षेत्रीय कार्यालयों के अंतर्गत पेंशनरों की संख्या-

1. अकोला- 54,189
2. औरंगाबाद- 67,711
3. कोल्हापुर- 1,60,561
4. नागपुर- 1,24,948
5. नासिक- 1,52,661
6. पुणे- 1,29,608
7. सोलापुर- 73,608
8. मुंबई (बांद्रा)- 1,11,434
9. कांदिवली (पश्चिम)- 94,990
10. ठाणे (उत्तर)- 1,30,416
11. वाशी- 67,635
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कुल- 11,67,821
अब अनुमानित संख्या 13 लाख के करी

13 लाख में से 75 प्रतिशत बुजुर्ग, बीमार, गरीब, महत्वपूर्ण कार्य आदि के कारण नहीं पहुंच पाएं, तो शेष 25 प्रतिशत लगभग 3 लाख होते हैं हैं, जिनमें से कम से कम 1 लाख भी अकेले विदर्भ के पेंशनर दिल्ली कूच कर जुटें तो हम सरकार को संज्ञान लेने पर बाध्य कर सकते हैं.

उन्होंने सभी सक्षम पेंशनरों से दिल्ली कूच के लिए जाने और वापस लौटने के लिए रेल टिकट का आरक्षण कराने की अपील की है. आम तौर पर प्रत्येक के लिए दिल्ली आने-जाने का न्यूनतम किराया 2,500 रुपए से 3,000 रुपए हो सकता है. इसलिए जितनी जल्दी हो सके आरक्षण करा लेने की सलाह दी गई है.

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