पकड़े गए असली अपराधी, सताए जाने से परेशान होकर उठाया कदम
*सीमा सिन्हा,
पटना : बिहार के पूर्णिया जिले में राजद के पूर्व नेता शक्ति मलिक हत्याकांड मामले का पूर्णिया पुलिस ने 72 घंटे में खुलासा कर दिया है. इस हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर समेत सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. घटना में प्रयुक्त पांच कट्टा, तीन कारतूस, पांच मोबाइल एक चाकू एवं घटना में उपयोग किए गए दो बाइक भी पुलिस ने बरामद किया है.
तेजस्वी और तेजप्रताप को लपेट लिया गया था
ज्ञातव्य है कि शक्ति मलिक की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनके भाई पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव और अन्य चार को हत्या का आरोपी बताया था. इससे राज्य के चुनावी माहौल में पार्टी सहित दोनों भाइयों की छवि पर संकट के बादल मंडराने लगे थे.
पैसे के लेन-देन में हुई हत्या
एसपी विशाल शर्मा ने फोन पर हमारे संवाददाता को बताया कि शक्ति मलिक की हत्या पैसे के लेन-देन में की गई है. हत्या के बाद उसमें शामिल बदमाशों के गिरोह को चिह्नित कर गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. सदर एसडीपीओ आनन्द कुमार पाण्डेय सदर के नेतृत्व में एक टीम ने जल्द ही हत्या का खुलासा कर दिया. घटना में संलिप्त अपराधी अफताब एवं तनबीर अंजुम को 01 देसी पिस्तौल एवं एक मोबाइल फोन के साथ उसके घर से तथा अफताब को घटना में प्रयुक्त एक देसी कट्टा, एक स्मार्टफोन और पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया.
अपराध स्वीकार किया दोनों अपराधियों ने
पूछताछ में दोनों अपराधियों ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की तथा बताया कि शक्ति मलिक से ब्याज पर 70 हजार रुपए लिए थे. उसी रुपए के लिए वह तगादा करने लगे और सादे स्टाम्प पर इसका हस्ताक्षर करवाकर डायरी में 70 हजार रुपए के बदले दो लाख 10 हजार रुपए की मांग करने लगा. इसी तरह तनबीर अंजुम ने 95 हजार रुपए शक्ति मल्लिक से ब्याज पर लिया था. इसको देने के तुरंत बाद ब्याज सहित शक्ति मलिक एक लाख पांच हजार तीन सौ रुपये मांगने लगा. नहीं देने पर दुकान में तोड़-फोड़ की. तनबीर अंजुम ने जब अरबिया कॉलेज के पास दोबारा दुकान खोली तो उसे भी शक्ति मलिक ने पुन: तोड़ दिया.
रुपया नहीं देने पर बना लेता था बंधक, करता था बुरा व्यवहार
एसपी ने बताया कि तनबीर और अफताब को अपने पास रखकर तरह-तरह काम करवाते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए देर रात को जाने देता था. इससे दोनों काफी परेशान हो गए थे. इसके साथ ही अर्चना देवी नाम की एक महिला, जो मुर्गी फार्म के पास रहती थी, उसे एवं उसके पति-चंदन कुमार गुप्ता के साथ भी अमर्यादित व्यवहार तथा समाज के सामने बेइज्जत करता था. इसी प्रकार कई महिलाओं के साथ शक्ति मल्लिक का व्यवहार बुरा था.
इन कारणों से दोनों ने शक्ति मलिक को रास्ते से हटाने की साजिश रची. घटना में संलिप्त बदमाश सलीम उर्फ पच्चपन, जुनैद, अफरोज, एकाम खान उर्फ मिराज एवं युसूफ के साथ मिलकर 4 अक्टूबर को 3.30 बजे शक्ति मल्लिक के घर की चहारदीवारी पार बाथरूम घुस गए और घात लगाकर बैठकर दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगे. करीब 06:30 बजे शक्ति मलिक ने घर का दरवाजा खोला. इनमें से चार-पांच बदमाशों ने घर में घुसकर शक्ति मलिक पर कई राउन्ड गोली चलाकर कर उसकी हत्या कर दी. सभी बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
मालिक के घर से सादा चेक और स्टाम्प भी हुआ बरामद
मृतक दलित नेता शक्ति मलिक के घर से नोट गिनने की मशीन, छह सादा स्टाम्प, तीन ग्राहक का चार चेक, 36 पीस विभिन्न महिलाओं के आधार कार्ड की छायाप्रति, विभिन्न ग्राहकों का नाम एवं दिए गए नकद राशि से संबंधित डायरी भी बरामद किया है. एसपी ने कहा कि शक्ति मलिक के ऊपर विभिन्न थाना में छह मामले दर्ज हैं.
गिरफ्तारियां
अपराधियों में आफताब आलम निवासी-मधुबनी सिपाही टोला, सलीम उर्फ पच्चपन निवासी-रामपुर थाना-केनगर, जुनैद निवासी-रंगपुरा थाना-मीरगंज, निवासी-रंगपुरा थाना-मीरगंज, एकाम खान उर्फ मिराज निवासी-महादेवगंज थाना-मुफसिल साहेबगंज जिला-साहेबगंज, निवासी -रंगपुरा थाना-मीरगंज, तनबीर निवासी-माधोपाड़ा अरबिया कॉलेज रोड थाना-केहाट शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी की गई है.