बिहार के मुख्यमंत्री ने किया अनावरण, गुरु नानक शीतल कुंड के निकट बनेगा गुरुद्वारा
सीमा सिन्हा,
पटना : बिहारके मुख्यमंत्री नीतीश कुमारने पिछले 25 नवंबर को राजगीरमें भगवान बुद्ध की 70 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. मुख्यमंत्री ने इसके बाद तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव का भी उद्घाटन किया. भगवान बुद्धभगवान बुद्धभगवान बुद्धभगवान बुद्ध
गुजरातमें विश्वकी सबसे ऊंची सरदार वल्लभ भाई पटेलकी प्रतिमाकी स्थापनाके बाद देशमें स्थापित यह दूसरी बड़ी प्रतिमा है. अयोध्या में भी सबसे ऊंची भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करने की तैयार शुरू हो गई है.
प्रतिमा की विशेषताएं
1. देश की दूसरी सबसे ऊंची भगवान बुद्ध की प्रतिमा
2. 70 फुट ऊंची है प्रतिमा
3. यूपी के चुनार के गुलाबी रंग के बलुआ पत्थर से बनी
4. भगवान बुद्ध ध्यानचक्र मुद्रा में
5. नौ करोड़ की लागत
मंत्रोच्चारण के बीच बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण
पटेलकी प्रतिमा यदि विश्वकी सबसे ऊंची प्रतिमा है तो बुद्धकी यह प्रतिमा देशमें बुद्धकी दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है. अनावरण कार्यक्रम के दौरान महाबोधि मंदिर के मुख्य बौद्ध भिक्षु भंते छालिंदा भी मौजूद थे. सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने मंत्रोच्चारण के बीच बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण किया.
प्राकृतिक झील के बीच स्थापित है बुद्ध प्रतिमा
यह प्रतिमा नालंदा जिले के राजगीर स्थित घोरा कटोरा झील के बीच स्थापित की गई है. इसका पादस्तम्भ 32 मीटर व्यास का है. इसे 45 हजार घन फुट गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाया गया है. मुख्यमंत्री एक नाव में सवार होकर झील में गए. उन्होंने भगवान बुद्ध की प्रतिमा की परिक्रमा करते हुए प्रार्थना भी की.
बाद में पत्रकारों को मुख्यमंत्री ने यहां बताया, ‘घोरा कटोरा झील एक प्राकृतिक झील है. यह चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यह एक ऐतिहासिक स्थल है. यहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की गई है.’
सुंदर पार्क भी बनाया जा रहा है
मुख्यमंत्री ने बताया, ‘पर्यटन के लिहाज से यहां एक सुंदर पार्क बनाया जा रहा है. मुझे भरोसा है कि घोरा कटोरा पर्यावरण पर्यटन और बौध धर्मावलंबियोंके तीर्थ पर्यटनके प्रमुख स्थानके रूपमें उभरेगा.’
उन्होंने कहाकि यहां डीजल अथवा पेट्रोल वाहनों को आने की अनुमति नहीं होगी. यहां केवल इलेक्ट्रानिक वाहन को ही अनुमति दी जाएगी. इस खास इलाके में लोगों को पैदल आना होगा. अथवा वह साइिकल से या फिर तांगे (घोड़ा गाड़ी) से आ सकेंगे.’
गुरु नानक शीतल कुंड के निकट गुरुद्वारा बनेगा
यह स्थान सभी धर्मों से जुड़ा हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा, कहा जाता है कि इस स्थान पर गुरुनानक देवजी भी आए थे. उन्होंने बतायाकि सिख समुदायके लोगोंने गुरुनानक शीतल कुंडके निकट गुरुद्वारा बनाने की इच्छा जाहिर की है. इसके लिए केंद्र सरकार और वन विभाग ने हरी झंडी दे दी है. और इसके लिए भी काम जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा.