नए कीर्तिमानों के लिए वेकोलि ने प्रारम्भ किया “मिशन : डब्ल्यूसीएल 2.0”

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प्रबंधकीय भागीदारी की अब तक की सबसे बड़ी पहल, लंबित 9 परियोजनाओं पर शुरू होंगे काम

नागपुर : प्रेस क्लब नागपुर में ‘पत्रकारों के साथ मुलाकात’ में शनिवार को वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) राजीव रंजन मिश्र ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान, अब तक का सर्वाधिक कोयला-उत्पादन और प्रेषण का रिकॉर्ड बनाने के बाद वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) ने वर्तमान वित्तीय वर्ष एवं उसके आगे भी नई ऊंचाइयां छूने के लिए, अब “मिशन मोड” में कार्य प्रारम्भ किया है.

उन्होंने जानकारी दी कि उत्पादन-उत्पादकता और वित्तीय स्थिरता के लिए कम्पनी ने एक अभिनव संयुक्त पहल “मिशन : डब्ल्यूसीएल 2.0” के अंतर्गत इसमें सभी कर्मियों को शामिल किया है. उल्लेखनीय है कि यह मिशन डब्ल्यूसीएल 2.0 किसी भी सार्वजिक उपक्रम द्वारा, न्यूनतम समय में की गई प्रबंधकीय भागीदारी की अब तक की सबसे बड़ी पहल है.

गड़करी और गोयल की ‘मिशन डब्ल्यूसीएल 2.0’ को हरी झंडी
मिश्र के अनुसार केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरुथान मंत्री नितिन गडकरी तथा रेल, वित्त, कोयला एवं कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्री पीयूष गोयल द्वारा 16 जुलाई, 2018 को रोड मैप दस्तावेज के शुभारम्भ के बाद ‘मिशन डब्ल्यूसीएल 2.0’ का क्रियान्वयन शुरू हो चुका है.

पांच वर्षों की कमजोर स्थिति के बाद नई शुरुआत
सीएमडी मिश्र ने स्वीकार किया कि पिछले पांच वर्षों से 2013-14 तक कम्पनी की स्थिति लगातार कमजोर चल रही थी. लेकिन 2014 को आधार वर्ष मानते हुए, मिशन 0.0 के रूप में, वेकोलि ने नई यात्रा की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में, वेकोलि ने उल्लेखनीय कार्य करते हुए कम्पनी की स्थापना से अब तक के इतिहास में, सर्वाधिक उत्पादन (46.22 मिलियन टन) और प्रेषण (48.76 मिलियन टन) किया. इसके साथ, कम्पनी ने डब्ल्यूसीएल 1.0 (वन पॉइंट जीरो) पूरा किया.

कोयला उत्पादन और डिस्पैच में उल्लेखनीय वृद्धि
उन्होंने बताया कि दुरूह खनन परिस्थितियां, बढ़ते स्ट्रिपिंग रेसिओ (अनुपात) कोयले के गहरे भंडार, निम्न श्रेणी का कोयला, उत्पादन-लागत में वृद्धि जैसी अड़चनों के मद्देनजर, 2018-19 के दौरान वेकोलि ने 52.5 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं 59.7 मिलियन टन डिस्पैच का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य से उत्पादन में 13.6 % और डिस्पैच में 22.4 % यानि कम्पनी के इतिहास में पहली बार यह दो अंकों में वृद्धि होगी, जो अभी तक कभी नहीं हुई. वर्तमान वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में उत्पादन में 18.7% और डिस्पैच में 22.2% की वृद्धि के साथ सफलता की यह यात्रा वेकोलि बदस्तूर प्रारम्भ भी कर चुकी है.

लंबित 9 परियोजनाओं पर काम शुरू होंगे
इस बीच मिशन डब्ल्यूसीएल 2.0 पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है. वेकोलि बोर्ड द्वारा विस्तार की 9 परियोजनाओं के लिए लम्बित जमीन के मामले को अनुमोदित कर दिया गया है. डिस्पैच बढ़ाने के लिए उपभोक्ताओं द्वारा कोयला उठाने के मानकों को भी सरल किया गया है. कम्पनी बोर्ड ने मध्यप्रदेश में 4 नई परियोजनाओं को मंजूरी दी है.

तीन केन्द्रीय अस्पतालों का होगा जीर्णोद्धार
मध्यप्रदेश में बरकुही, नागपुर में जवाहरलाल नेहरु और वणी में राजीव रतन नामक तीन केन्द्रीय अस्पतालों को चिन्हित किया गया है. उनके तत्काल जीर्णोद्धार के बाद, 01 अप्रैल, 2019 से नवीनीकृत रूप में यहां सुविधाएं शुरू हो जाएंगी.

नई स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति योजना प्रारम्भ
मिश्र ने बताया कि नई स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति योजना प्रारम्भ की गई है, इनके अलावा, वित्तीय स्थिरता हेतु कोयले की गुणवत्ता में सुधार, ऑक्शन से अधिक प्रीमियम के लिए खदानवार कोयले की गुणवत्ता का निर्धारण, प्रति व्यक्ति उत्पादकता में वृद्धि, मशीनों की क्षमता उपयोगिता, अधिकारियों की संख्या कम करने, जनशक्ति की पुनर्तैनाती जैसे कदम उठाये जा रहे हैं.

कबाड़ की नीलामी और ‘कोल नीर’ बेचा जाएगा
कबाड़ (स्क्रैप) सामग्री का निस्तारण के लिए विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें नीलामी के लायक कबाड़ को चिन्हित किया गया है. इस महीने के अंत तक एम-जंक्शन के माध्यम से इसकी नीलामी हो सकेगी. कंपनी के कारोबार को अलग क्षेत्रों में फैलाने के लिए नई पहल के तहत ओवर बर्डन से रेती निकालने के लिए निविदा आमंत्रित की जा चुकी है. कोल नीर के व्यावसायिक उपयोग की शुरुआत भी शीघ्र होगी.

पत्रकारों से मुलाकात के अवसर पर वेकोलि के निदेशक (कार्मिक) डॉ. संजय कुमार, पत्रकार क्लब के अध्यक्ष प्रदीप मैत्र, सचिव ब्रह्मशंकर त्रिपाठी, कार्यकारिणी पदाधिकारी जोसेफ राव, सुश्री सरिता कौशिक एवं अन्य वरिष्ठ पत्रकारगण उपस्थित थे.

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