खदान से पिला रही ग्रामीणों को प्रोसेस्ड वाटर, अब किया महाजेनको से करार, सिंचाई के लिए VIDC को भी देगी पानी
नागपुर : वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के कोयले के खदानों में जमा पानी न केवल ग्रामीणों के लिए पीने के काम आ रहा है, बल्कि यह पानी बिजली बनाने के साथ ही किसानों की खेती में सिंचाई के लिए भी काम आने वाला है.
महाजेनको को 10.76 एम.एम.क्यूब पानी प्रति वर्ष नि:शुल्क देगी वेकोलि
हाल ही में वेकोलि ने महाजेनको के साथ भानेगांव खदान से निकले पानी का उपयोग खापरखेड़ा विद्युत ताप गृह में निःशुल्क करने संबंधी सहमति-पत्र (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस करार के अनुसार, वेकोलि महाजेनको को 10.76 एम.एम.क्यूब पानी प्रति वर्ष नि:शुल्क देगी.
विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल भी लेगा पानी
वर्तमान में विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल (VIDC) के पेंच प्रोजेक्ट से महाजेनको 37 एम.एम क्यूब पानी लेता है. इस नई व्यवस्था से महाजेनको की बड़ी रकम भी बचेगी और, VIDC के पानी का उपयोग नागपुर शहर के लिए हो सकेगा. इसी संदर्भ में, कोयला कम्पनी VIDC से भी एक अन्य सहमति-पत्र (MOU) पर करार करने जा रही है, ताकि उसका सदुपयोग हो सके.
सामाजिक दायित्व निभाने में सक्रिय है वेकोलि
अपना कार्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के तहत, वेकोलि अपने कमांड क्षेत्र की आबादी की खुशहाली एवं कल्याण के लिए सक्रिय और प्रयत्नशील है. इसके पूर्व, वेकोलि ने नागपुर के पास नीलगांव के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए एक प्रोसेस्ड वाटर प्लांट लगवाया, जिससे इस गांव के करीब 800 लोगों को पीने का शुद्ध पानी मिल रहा है. इस प्लांट की पाली शुद्ध करने की क्षमता 1,000 लीटर प्रति घंटा है. इस संयंत्र में कोयला खदान का पानी पाइप लाइन के जरिये करीब डेढ़ किलोमीटर दूर से गांव तक लाया जाता है. प्रोसेस्ड पानी पीने के अलावा, खदान का पानी किसानों को खेती और सिंचाई के लिए भी निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है.
माजरी के पास प्रोसेस्ड वाटर का एक और प्लांट प्रारम्भ
उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस, 1 मई को कम्पनी प्रबन्धन ने माजरी के पास आम लोगों के लिए प्रोसेस्ड वाटर का एक और प्लांट प्रारम्भ किया है. नेशनल हाई-वे पर पाटन सावंगी में “कोल नीर” का बॉटलिंग प्लांट बदस्तूर कार्य कर रहा है. वहां लगे नलों से न केवल आस-पास के ग्रामीण पेयजल लेते हैं, बल्कि नेशनल हाई-वे से आने-जाने वाले यात्री भी अपनी गाड़ियाँ रोक कर वहां से पीने का पानी निःशुल्क लेते हैं.
कन्हान से कामठी जा रहा है वेकोलि का पानी
परिवार के साथ जा रहे मराठवाड़ा के एक प्रोफेसर वहां पानी तो भर ही रहे थे, अपने मोबाइल फोन के कैमरा से प्लांट की फोटो भी ले रहे थे कि मराठवाड़ा के लोगों को वह दिखाएंगे कि नागपुर की कोयला कम्पनी ने हाई-वे पर आम जन के लिए पेयजल उपलब्ध करवाया है, वह भी निःशुल्क. तीन वर्ष पूर्व खदान से निकले पानी को कन्हान से कामठी (K2K) पहुंचाने का पुनीत कार्य वेकोलि ने शुरू किया, जिससे वहां के लोग लाभान्वित हो रहे हैं.
अब आइए यह भी जानें कि खदानों से मिल रहे शुद्ध पेयजल पी रहे ग्रामीणों का इसके बारे में क्या कहना है-
बीमारियों के इलाज और दवाई का खर्च कम हो गया
– नीलगांव निवासी 65 वर्षीय वसन्ता मोतीरामजी धोटे पेशे से किसान हैं, राजनीति में भी रूचि रखते हैं. वेकोलि के इस कदम की सराहना करते हुए वे कहते हैं कि दो घुंडी में 30 लीटर पानी घर पर ले आते हैं. प्रोसेस्ड वाटर पीने से अब तबीयत ठीक रहती है. इसके पहले होने वाली बीमारियों में कमी आने से इलाज और दवाई का खर्च अपने-आप कम हो गया है. अस्पताल और डॉक्टर का चक्कर बार-बार नहीं लगाना पड़ता है.
पेट की तकलीफ तो खत्म ही हो गई
– शेषराव गुलाबराव मानकर भी अब साफ पानी उपलब्ध करवाने के लिए कोयला कम्पनी का आभार करते हैं. वे कहते हैं कि पेट की तकलीफ तो खत्म ही हो गई, पानी भी जास्ती (खूब) स्वादिष्ट है. वेकोलि ने हमारे बारे में सोचा और दो किलोमीटर दूर से पानी ला कर दिया पीने के लिए भी और खेती के लिए भी. वेकोलि का जितना शुक्रिया अदा किया जाए, कम है. पहले इसके बारे में किसी ने सोचा ही नहीं था.
संतरा के पेड़ भी लहलहा उठे हैं
– लीलाधर अजबराव धोटे (50) खेती-किसानी करते हैं। उनकी राय में भी अब यह अच्छी सुविधा हो गई. परिवार के लोग इस बात का ध्यान रखते हैं कि प्रोसेस्ड पानी जरा भी बर्बाद न हो. साथ ही, खदान के पानी से अब संतरा के पेड़ भी लहलहा उठे हैं.
उपलब्ध पेयजल से सारा झंझट ही खतम
– ग्राम पंचायत में कार्यरत 36 वर्ष के ईश्वर मारोत राव के अनुसार भी, गांव में ही उपलब्ध पेयजल से सारा झंझट ही खतम हो गया. एक कैन पानी पीने के लिए पूरे परिवार को पूरता है. अब इससे काफी सुविधा हो गई है.
प्रोसेस्ड वाटर, घर की दहलीज तक
– 45 साल के खेतिहर रवीन्द्र रामकृष्ण धोटे खेती-किसानी के लिए कोयला खदान का पानी और नीलगांव के निवासियों के लिए प्रोसेस्ड वाटर, घर की दहलीज तक पहुंचा देने के लिए कम्पनी के कृतज्ञ हैं. उनके विचार से, उनलोगों को यह बहुत बड़ी सहूलियत मिली है.
पूरे परिवार को स्वच्छ जल, खुशी और निश्चिंतता की अनुभूति
– भूतपूर्व सरपंच श्रीमती वनीता शेष राव मानकर इस बात से संतुष्ट हैं कि वेकोलि के इस नेक कार्य में, राम-सेतु के निर्माण में, गिलहरी जैसा कुछ योगदान उनका भी है. वे कहती हैं कि साफ-स्वच्छ पानी पूरे परिवार को पीने के लिए मिले, इसकी खुशी और निश्चिंतता एक महिला से ज्यादा और कौन महसूस कर सकता है.
आश्वस्त और निश्चिंत हैं मानकर
– 45 वर्षीय खेतिहर नारायण मानकर भी वेकोलि प्रबन्धन के प्रति धन्यवाद देते हुए अब किसानी में खदान का पानी और पीने के लिए प्रोसेस्ड पेयजल मिलने से आश्वस्त और निश्चिंत दिखे.
कोयला-कम्पनी के इस उदार निर्णय और निःशुल्क सेवा के प्रति आभार प्रकट करते ग्रामीण थकते नहीं.