CIL की घोषणा, भुगतान 22 अक्टूबर को, वेकोलि सहित सभी कंपनियों के लगभग पौने तीन लाख कर्मचारी होंगे लाभान्वित
*बरुण सिन्हा,
रांची : सार्वजनिक कोयला क्षेत्र की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) अपनी असम स्थित NEC समेत सभी 9 अनुसंगी कंपनियों के पौने तीन लाख कर्मचारियों (Non Executive Cadar) को वर्ष 2019-20 का वार्षिक Bonus के रूप में परफॉर्मेंस लिंक्ड रिवार्ड (PLR) 68 हजार 500 रुपए देगी. इसका भुगतान 22 अक्टूबर से किया जाएगा. Bonus का निर्णय गत 15 अक्तूबर को रांची (झारखंड) में स्थित सीएमपीडीआई में कंपनी के मजदूर संघ और यूनियनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जेबीसीसीआई स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक में किया गया. इस निर्णय से CIL के पौने तीन लाख कर्मचारी लाभान्वित होंगे.
बैठक की अध्यक्षता कमेटी के चेयरमैन और एनसीएल के सीएमडी पी.के. सिन्हा ने की. CIL की इस अवसर पर सभी कंपनियों के निदेशक कार्मिक (Director, Personal) सहित सभी चारों सेन्ट्रल यूनियन्स के प्रतिनिधि उपस्थित थे. इनमें बीएमएस के डॉ. बी.के. राय और सुधीर गुर्डे, एचएमएस के नाथुलाल पांडेय और एस.के. पांडेय, एटक के रामेन्द्र कुमार और सीटू के डी.डी. रामनन्दन शामिल थे. विशेष आमंत्रित के रूप में CIL के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल भी बैठक में उपस्थित थे.
Bonus के पात्र
Bonus की यह रकम वर्ष 2019-20 में 30 दिनों के कार्यदिवस पर कर्मचारियों की उपस्थिति के आधार पर दी जाएगी. यह राशि उन कर्मचारयों के लिए भी देय है, जिनकी इस दौरान सेवानिवृत्ति हो चुकी है अथवा जिन्होंने वीआरएस लिया है, अथवा इस दौरान जिनकी मृत्यु सेवा कार्य के दौरान हो गई हो.
Bonus के अपात्र
किन्तु कंपनियों में अप्रेंटिस के रूप में कार्यरत कर्मी Bonus के योग्य नहीं माने गए हैं. साथ ही वे पूर्व कर्मचारी भी बोनस से वंचित किए गए हैं, जिन्हे कपनियों ने उनकी किसी आपराधिक कृत्य के लिए अथवा कंपनी विरोधी किसी कृत्य के लिए इस दौरान बर्खास्त कर दिया है.
CIL की 9 अनुषंगी कंपनियां
CIL की 9 अनुषंगी कंपनियों में नागपुर के वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL, वेकोलि) समेत, CCL, BCCL, NCL, SCCL, ECL, MCL, CMPDI समेत असम की NEC शामिल हैं. इन में से आठ कोयला उत्पादक कंपनियां है, जब्कि CMPDI कोयला खदानों के लिए डिजायन और आयोजना तैयार करने वाली संस्थान है.
प्रथम छमाही में कैपेक्स पर 5,023 करोड़ खर्च
इससे पूर्व Coal India ने एक बयान में बताया है कि 2020-21 वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में कोल इंडिया का पूंजीगत व्यय 5,023 करोड़ रुपए रहा. वहीं अप्रैल-सितंबर में कैपेक्स (capital expenditure) पर खर्च की राशि अब तक किसी भी वित्त वर्ष की पहली छमाही में हुए खर्च का 118 प्रतिशत अधिक है. कोल इंडिया (CIL) का पूंजीगत व्यय 5,023 करोड़ रुपए का है, जो चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 4,247 करोड़ रुपए के प्रावधान वाले लक्ष्य के मुकाबले 118 प्रतिशत रहा.
CIL अब तक किसी भी वित्त वर्ष की पहली छमाही में 30 प्रतिशत लक्ष्य का उपयोग नही कर पाया था. पिछले तीन साल में H1 कैपेक्स पर खर्च की गई राशि का औसत 20 प्रतिशत रहा है. अप्रैल-सितंबर के दौरान CIL ने पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर की अवधि में 1,467 करोड़ रुपए की तुलना में 242 प्रतिशत की मजबूत कैपेक्स वृद्धि दिखाई पड़ी.