Sustainable Initiatives कार्याशाला में कोयला मंत्रालय के उप सचिव सोलंकी का मत
नागपुर : कोयला मंत्रालय के उप सचिव डी. के. सोलंकी ने कहा है कि सभी के सामूहिक प्रयासों से ही कोयला क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण संभव होगा. उन्होंने वेकोलि द्वारा किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण के कार्यों की सराहना की.वे यहां होटल सेंटर पॉइंट में आयोजित “Sustainable Initiatives In Coal India Limited” कार्यशाला में बोल रहे थे.
कार्यशाला का आयोजन वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) द्वारा किया गया था. कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री सोलंकी ने किया. अध्यक्षता वेकोलि के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री जे पी द्विवेदी ने की. विशिष्ट अतिथि के रूप में बिक्रम घोष, निदेशक वित्त, वेकोलि, अजय मधुकर म्हेत्रे, सीवीओ, वेकोलि तथा सी. जयदेव, महाप्रबंधक (पर्यावरण), सीआईएल उपस्थित थे.
सीएमडी श्री द्विवेदी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए वेकोलि द्वारा किए जा रहें सामूहिक प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण वेकोलि के लिए सदा ही महत्वपूर्ण विषय रहा है. उन्होंने उपस्थितों को आश्वस्त किया कि देश की कोयला आवश्यकताओं को पूर्ण करने में वेकोलि अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी अपना सक्रिय योगदान प्रदान करेगा.
श्री द्विवेदी ने पर्यावरण संरक्षण में कंपनी में नई तकनीक और नए उपकरणों के उपयोग पर बल दिया. उन्होंने कहा कि, आज की यह कार्यशाला पर्यावरण संरक्षण के हित में हमारे सामूहिक प्रयासों का पथ प्रदर्शक साबित होगी. अतिथि वक्ताओं ने वेकोलि द्वारा पर्यावरण हित में सामूहिक रूप से किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कोयला खनन एवं पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखी.
स्वागत एवं प्रस्तावना प्रस्तुति ए.के. दीक्षित, महाप्रबंधक (पर्यावरण) ने किया. कोल इंडिया गीत के साथ प्रारंभ इस कार्यशाला में सीआईएल द्वारा पर्यावरण संरक्षण में किए जा रहें कार्यों पर आधारित वीडियो प्रस्तुति की गई. धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (भूमि और राजस्व) मिलिंद देशकर तथा कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबन्धक (जनसंपर्क) आशीष तायल ने किया. कार्यशाला में कोल इंडिया लिमिटेड की सभी अनुषंगी कंपनियों एवं वेकोलि पर्यावरण विभाग के अधिकारी गण तथा पर्यावरण संरक्षण में कार्य करने वाले गैर सरकारी संगठन के पदाधिकारी प्रमुखता से उपस्थित थे.
कार्यशाला के पश्चात प्रतिभागियों को वेकोलि के नागपुर क्षेत्र में बनाया गया ‘महात्मा गांधी इको पार्क’ एवं आरओ प्लांट का परिदर्शन कराया गया.