कोरोना : उम्मीदों पर फिरा पानी, नहीं बंद होंगे महाराष्ट्र में कार्यालय

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मुंबई : जानलेवा कोरोना वायरस से प्रभावित महाराष्ट्र में शासकीय कर्मचारियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. चर्चा थी कि मंगलवार को होने वाली कैबिनेट मीटिंग में उद्धव सरकार मुंबई में वाली लोकल ट्रेन सेवा और बसों को बंद कर सकती है. इससे उन्हें कम से कम 31 मार्च तक छुट्टी मिल जाएगी. लेकिन इसके उलट मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि लोकल और बसों को बंद करने का कोई फैसला नहीं लिया गया है.

कोरोना वायरस से बचने के नाम पर उन्होंने प्रदेश भर के सरकारी ऑफिसों को बंद किए जाने की अफवाहों का भी खंडन किया. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के सरकारी कार्यालयों को नहीं बंद किया जा रहा है.

बेवजह लोकल या बसों से यात्रा बंद करें, अन्यथा…
इसके साथ ही सीएम ठाकरे ने साफ किया कि अगर लोग गैर जरूरी यात्रा करने से परहेज नहीं करेंगे तो सरकार बस और ट्रेन सेवाओं को बंद करने का ‘कड़ा फैसला’ लेने पर मजबूर हो जाएगी. राज्य कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए ठाकरे ने लोगों से गैर जरूरी यात्रा नहीं करने और बिना वजह एक जगह जमा नहीं होने की अपील भी की.

कोरोना वायरस के देशभर में अब तक 137 मामले सामने आ चुके हैं और तीन मरीजों की इससे मौत भी हो चुकी है. महाराष्ट्र में सर्वाधिक 37 कोरोना पीड़ित पाए गए हैं. नतीजतन मल्टिप्लेक्स, स्कूल-कॉलेज के बाद मंदिरों के कपाट भी बंद होने लगे हैं.

पुणे में तीन दिनों तक बाजार, दुकानें रहेंगी बंद
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुणे में अगले तीन दिनों तक बाजार और दुकानें बंद रहेंगी. साथ ही पुणे का शनिवार वाड़ा किला कोरोना वायरस के कारण अस्थायी रूप से आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. शहर के दगड़ूशेठ हलवाई मंदिर को कोरोना वायरस के चलते फिलहाल बंद कर दिया गया है.

शिरडी मंदिर भी बंद
कोरोना के कारण 200 साल में पहली बार मुम्बई का सिद्धीविनायक मंदिर बंद कर दिया गया है. साथ ही महाराष्ट्र के अन्य प्रमुख मंदिरों और शिरडी में साई बाबा मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए गए हैं. शिरडी के श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट ने मंगलवार को दोपहर 3 बजे मंदिर के कपाट भक्तों के लिए अग्रिम आदेशों तक बंद कर दिए. यह फैसला देश और खासतौर पर महाराष्ट्र में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के मद्देनजर लिया गया है.

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