नागपुर : शहर के कुख्यात गुंडे संतोष आम्बेकर द्वारा लूट कर और हड़प कर बनाए उसके महल को जेसीबी से ढहाने का काम शुरू कर दिया गया है. 10 हजार वर्गफीट भूखंड के 8640 वर्गफीट भूमि पर बनाए गए 10 करोड़ रुपए की लागत वाले महल का निर्माण हड़पी गई भूमि पर अवैध ढंग से किया किया गया था. बंगले को ढहाने का काम नागपुर महानगर पालिका द्वारा किया जा रहा है. बुधवार की शाम तक बंगले के सामने के हिस्से को ढहाया गया. आज बुधवार को भी ढहाने का काम जारी है.
इस गुंडे की संपत्तियों में यह दूसरा मकान है, जिसको गिराने का काम शुरू किया गया है. इससे पूर्व पिछले वर्ष 4 दिसंबर को निकट के ही इतवारी स्थित दारोडकर चौक की ही उसकी एक और चार मंजिली इमारत को ढहाया गया था. आम्बेकर को पिछले वर्ष अक्टूबर में उसके कुछ और गुर्गों के साथ गिफतार किया गया था. फिलहाल जेल में बंद इस गुंडे पर गुजरात के एक व्यापारी को धमाका कर धन ऐंठने का आरोप है. लोगों को धमकाकर लूटने और भूखंडों को हड़पने जैसे अपराध के 13 मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. वह मकोका (Maharashtra control of organized crime Act) के अंतर्गत 5वीं बार गिरफ्तार हुआ है. फिलहाल वह जेल में है.
महानगर पालिका सूत्रों के अनुसार आम्बेकर जिस भूखंड पर अपने महल का निर्माण किया है, उसमें 7,766 वर्गफीट भूखंड एक व्यापारी अमरचंद मेहता का है. बाकी की 651 वर्गफीट और 226 वर्गफीट जमीन क्रमशः उसकी पत्नी नेहा और उसकी खुद की है. अपने इस महल का निर्माण महानगर पालिका और नागपुर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट की अनुमति के बगैर, बिना नक्शा पास कराए अवैध रूप से किया गया था. सूत्रों ने बताया कि ढहाने के पूर्व उसे नोटिस भी दिया गया. लेकिन वह साबित नहीं कर पाया कि उसका निर्माण कार्य वैध है, अथवा सम्पूर्ण भूखंड उसका है.
अवैध महल ढहाने का काम महानगर पालिका के असिस्टेंट कमिश्नर अशोक पाटिल के नेतृत्व में किया जा रहा है. इंफोर्स्मेंट इंस्पेक्टर संजय काम्बले की देखरेख में और लकड़गंज थाने के प्रभारी पीआई नरेंद्र हिवरे और एपीआई पंकज धारगे की उपस्थिति में यह कार्य चल रहा है. मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात है. असिस्टेंट कमिश्नर पाटिल ने बताया कि बंगले को ढहाने का काम अगले दो दिनों में पूरा कर लिया जाएगा.