हिंगणघाट के पेट्रोल अटैक की घटना के 11वें दिन सावनेर में एसिड अटैक
सावनेर (नागपुर) : हिंगणघाट में महिला कॉलेज लेक्चरर पर पेट्रोल अटैक की घटना के 10 दिन बीतते ही आज 11वें दिन यहां नागपुर जिले के तहसील शहर सावनेर में एसिड अटैक की घटना को एक सनकी युवक ने अंजाम दे दिया. आज गुरुवार को दोपहर करीब 12.30 बजे यह घटना सामने आई. इसमें नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की एक महिला असिस्टेंट लेक्चरर एक जूनियर डॉक्टर और एक सहायिका सहित तीन लोग एसिड अटैक के शिकार बनने से बाल-बाल बचीं.
हालांकि घटनास्थल पर ही हमलावर स्थानीय लोगों द्वारा दबोच लिया गया और उसकी सभी ने दम भर धुनाई कर दी. इसके बाद उसे सावनेर पुलिस के हवाले भी कर दिया. इस घटना को लेकर नागरिकों ने थाने में खूब हंगामा भी किया. देर तक थाने में जमे लोग आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते रहे. बताया जाता है कि सनकी युवक शराब के नशे में तह और वह उनसे पहले अन्य महिलाओं के साथ भी बदतमीजी की फिराक में था.
महिला लेक्चरर अपने सहयोगियों के साथ नेशनल ऐड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (नेको) के एक प्रोजेक्ट के लिए यहां सर्वेक्षण कर रही थीं. उनकी यह टीम स्थानीय अस्पतालों के माध्यम से आम लोगों से जानकारी प्राप्त कर रही थी. साथ ही वे कुछ ऐड्स पीड़ितों से प्रत्यक्ष मुलाकात भी कर रही थी.
इसी बीच जब वे सावनेर के कळकळी महाराज मंदिर के समीप थीं, तभी एक निलेश कन्हेरे नामक 22 वर्षीय युवक उनके पास आया और यह कहते हुए कि मैं तुम लोगों का चेहरा खराब करता हूं (तुझा चेहरा खराब करतो), उनके ऊपर एसिड फेंक दिया. एसिड से बचने के लिए उन्होंने अपना चेहरा दूसरी ओर झुका लिया, लेकिन उनके पीछे उनकी टीम की एक जूनियर डॉक्टर और एक सहायिका पर एसिड के छींटे पड़ गए. वे दोनों मामूली जख्मी हो गईं.
उस बदमाश सनकी युवक की कारस्तानी देखते ही आस-पास के लोगों ने उसे दबोच लिया और जम कर उसकी धुनाई करने लगे. महिला लेक्चरर सहित तीनों को तुरंत नागपुर पहुंचाया गया. बाद में आरोपी को लोगों ने पुलिस के हवाले किया.
ज्ञातव्य है कि पिछले 2 फरवरी की सुबह 7.30 बजे वर्धा जिले के हिंगणघाट में कॉलेज की एक महिला लेक्चरर पर एक सिरफिरे ने पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी. महिला लेक्चरर अंकिता पिसुद्दे की दो दिन पूर्व 11 फरवरी को ही नागपुर के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई.