निजीकरण

भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ ने किया निजीकरण का विरोध

उद्योग
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डब्लूसीएल मुख्यालय के समक्ष गेट मीटिंग में गरजे मजदूर नेता

नागपुर : भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ (भारतीय महदूर संघ से सम्बद्ध) ने कोल इंडिया प्रबंधन और केंद्र सरकार की निजीकरण संबंधित कामगार विरोधी नीतियों के खिलाफ शुक्रवार, 9 अगस्त को गेट मीटिंग कर आवाज बुलंद की. डब्लूसीएल मुख्यालय शाखा के पदाधिकारियों ने डब्लूसीएल मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन किया. साथ ही विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन महाप्रबंधक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध) को सौंपा.
निजीकरण
डब्लूसीएल मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ की डब्लूसीएल मुख्यालय शाखा के अध्यक्ष रविन्द्र वानखेड़े ने निजीकरण से होने वाले नुकसान से अवगत कराया. गेट मीटिंग में महामंत्री आशीष मूर्ति, कोषाध्यक्ष धनंजय रइच, सह कोषाध्यक्ष महेश गौड़, कार्यकारी अध्यक्ष शालिनी गोराड़कर, संयुक्त महामंत्री दीपक सिंह चौहान, प्रसन्न बरलिंगे, उपाध्यक्ष रमेश ठाकरे, राजेश चौरागडे, कार्यसमिति सदस्य आर. एन. चौधरी, वर्षा रासेगांवकर, वर्षा पुरके, वेलंकीवार, उपेंद्र विश्वकर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

मुख्यालय में धरना प्रदर्शन 13 को
प्रबंधन और केंद्र सरकार की निजीकरण संबंधित कामगार विरोधी नीतियों के खिलाफ 13 अगस्त को डब्लूसीएल मुख्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा. जिसमें डब्लूसीएल के सभी क्षेत्र से पदाधिकारी और कामगार शामिल होंगे.

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