नई दिल्ली : #MeToo अभियान के तहत यौन शोषण के आरोपों के बीच चौतरफा दबाव झेल रहे विदेश राज्यमंत्री एम.जे. अकबर ने सफाई देते हुए कहा है कि साक्ष्य के बिना आरोप एक वायरल बुखार बन गया है, उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि अपने ऊपर लगे इन आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि विदेश दौरे पर होने के कारण वह पहले जवाब नहीं दे सके.
इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के #MeToo अभियान को भी राजनैतिक रूप दिया. एक समचार एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा कि ये सभी आरोप चुनाव से पहले आरोप लगाना एजेंडा हो सकता है. इसके कारण मेरी छवि को काफी नुकशान पहुंचा है.
उधर, कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर के मामले पर चुप्पी तोड़ने को कहा. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘यह महिला की गरिमा और सुरक्षा का सवाल है. उम्मीद यही की जाती है कि कि मामले से संबद्ध मंत्री तत्काल स्पष्टीकरण देंगे.”
ज्ञातव्य है कि उनपर 10 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद उनके इस्तीफे को लेकर दबाव बनाया जा रहा था.