“डिजिटल इनिसिएटिव फॉर माइनिंग सेक्टर” पर सेमिनार
नागपुर : नई डिजिटल पहल के तहत “खनन मित्र” नामक एक मोबाइल एप्प शुरू किया गया. इस एप्प को डीजीएमएस पश्चिम जोन, नागपुर तथा दक्षिण पूर्व जोन रायगढ़ ने विकसित किया है.
इस एप्प के माध्यम से इन क्षेत्रों की विभिन्न कोयला एवं गैर कोयला खदानों में कार्यरत करीब एक लाख डिजिटली कनेक्टेड कामगारों के बीच सेफ्टी के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी. इसी के साथ, सेमिनार की ई-प्रोसीडिंग्स का भी विमोचन किया गया.
समारोह में, “डिजिटल इनिसिएटिव फॉर माइनिंग सेक्टर” विषय पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया. इसका आयोजन खान सुरक्षा महानिदेशालय पश्चिम अंचल के तत्वावधान में, श्रम एवं नियोजन मंत्रालय के अधीन विभिन्न विभागों के सहयोग से किया गया.
सेमीनार का उद्देश्य, खदानों में व्यवस्थागत सुधार के लिए डिजिटल प्रवेश पर ध्यान देना है, जिससे सेफ्टी, उत्पादकता और अन्य महत्वपूर्ण पैरामीटर को क्रियान्वित किया जा सके.
विविध खनन संस्थानों एवं श्रम तथा नियोजन मंत्रालय के ईपीएफओ, ईएसआईसी एवं सीएलसी विभागों द्वारा तकनीकी प्रेजेंटेशन भी किए गए. उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि संयुक्त सचिव श्रम एवं नियोजन मंत्रालय (भारत सरकार), सुश्री कल्पना राजसिंघोट थीं. उप महानिदेशक खान सुरक्षा (पश्चिम अंचल नागपुर) आर. सुब्रमनियन ने सेमीनार के उदघाटन सत्र की अध्यक्षता की.
वेकोलि के सीएमडी आर.आर. मिश्र, मॉयल के सीएमडी एम.पी. चौधरी, मनोज कुमार एवं अजीत कुमार चौधरी (दोनों निदेशक तकनीकी, वेकोलि), गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक विनोद पिल्लई, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे. निदेशक खान सुरक्षा (पश्चिम अंचल, नागपुर) आर.टी. मंडेकर ने स्वागत भाषण किया.
कल्पना राजसिंघोट ने भारत सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ के तहत “खनन मित्र” नामक एप्प के इस पहल के महत्व का उल्लेख किया. उन्होंने खदानों में शून्य-दुर्घटना लक्ष्य की प्राप्ति में इसके महत्व को निरुपित किया. सुश्री राजसिंघोट ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा इस क्षेत्र में की जा रही पहल की सराहना की.
सुब्रमनियन ने प्रारम्भ में सेमिनार के आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. मिश्र ने अपने सम्वेबोधन में वेकोलि की खदानों में प्रारम्भ डिजिटल पहल का उल्लेख किया. समारोह को मनोज कुमार, अजीत कुमार चौधरी एवं विनोद पिल्लई ने भी सम्बोधित किया.