उद्यम यात्रा

उद्यम यात्रा : लेखकों के लिए धनोत्पादन का मार्ग बना सुगम 

 लेखन और मीडिया क्षेत्र में भी डिजिटलाइजेशन ने लाई उद्यमियता    -कल्याण कुमार सिन्हा डिजिटलाइजेशन उद्यम यात्रा को सुगम और सुलभ बनाता जा रहा है. आपकी उद्यम यात्रा आपको कम प्रयास और कम समय में वह सब दिला सकता है, जो आप चाहते हैं. यह समय हाई टाइड (उच्च ज्वार) का है, जब लहरें उफान पर हैं. उफनती […]

Continue Reading
स्वामीनाथन

स्वामीनाथन ने देश को बदला ‘भीख के कटोरे’ से ‘रोटी की टोकरी’ में

महान कृषि वैज्ञानिक का हमेशा ऋणी रहेगा देश  विदर्भ आपला डेस्क भारत की हरित क्रांति के जनक के रूप में जाने जाने वाले, प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन अब इस दुनिया में नहीं रहे. 98 वर्षीय महान कृषि वैज्ञानिक का गुरुवार, 28 सितंबर को चेन्नई में उनके आवास पर निधन हो गया. भारत की हरित क्रांति का नेतृत्व […]

Continue Reading
राहुल गांधी

घुटनों पर आने और मातोश्री में मत्था टेकने नौबत आ चुकी राहुल गांधी के लिए

अकड़ ढीली पड़े तभी विपक्षी एकता पर पकड़ बना सकेंगे कांग्रेस के युवराज  *कल्याण कुमार सिन्हा- भारत यात्रा के दौरान भी एक के बाद एक गलतियां करने और झटके पर झटकों से भी उन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ा था. लेकिन, अब कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता अभियान में अलग-थलग पड़ते जाने और सांसदी […]

Continue Reading
राजभाषा

राजभाषा हिंदी की विलक्षणता से परिचित कराती पुस्तक

 नवोन्मेषी आयामों का अभिलेख है ‘राजभाषा हिन्दी के अभिनव आयाम’ इंटरनेट के इस ‘टेक्नो युग’ में राजभाषा हिंदी भी तकनीक से समृद्ध हो चुकी है. तकनीक से जुड़े ज्यादातर आयामों और प्रारूपों को हिंदी आत्मसात कर चुकी है. इससे पता चलता है कि नवीनतम प्रौद्योगिकी को ग्राह्य करने की हिंदी की क्षमता विलक्षण है. तकनीक के […]

Continue Reading
उर्वरक

उर्वरक क्षेत्र में गुम है “आत्मनिर्भर भारत” और “स्टार्टअप इंडिया” उपक्रम

देश में निर्मित उर्वरक के उत्पादन में मध्यम और लघु उद्योगों की बाधाएं दूर करने की जरूरत *कल्याण कुमार सिन्हा- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय (MPKV), राहुरी (नासिक) द्वारा किए गए शोध एवं अनुसंधान और इसके तहत किसानों को दिए गए दिशा निर्देशों के अध्ययन से पता चलता है […]

Continue Reading
डाटामेल

डाटामेल : ई-मेल आईडी …वह भी हिंदी में? कैसे..?

‘अपनानाम@डाटामेल.भारत’ हो सकता है आपका ई-मेल आईडी *कल्याण कुमार सिन्हा- भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंधक (राजभाषा) हैं राहुल खटे, नांदेड़ (महाराष्ट्र) में. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजारिश की है कि आप भी अपना ई-मेल आईडी चाहें तो गुजराती में भी बना सकते हैं, क्योंकि अब देवनागरी सहित सभी भारतीय भाषाओं में ई-मेल डोमेन एक्सटेंशन […]

Continue Reading
गरीबी

तो क्या दूर हो जाएगी गरीबी, पिछड़ापन और बेरोजगारी..?

जाति, स्त्री-पुरुष, गरीब-अमीर और धार्मिक भेदभाव में लिप्त भारतीय समाज आज भी गरीबी एवं पिछड़ेपन की मूल समस्या से जूझ रहा है. आरक्षण की व्यवस्था उनके लिए की गई थी जो पीछे रह गए या जिन लोगों को जाति की बेड़ियों में जकड़ रखा गया था. जिसके कारण उनके आगे बढ़ पाने का मार्ग अवरुद्ध […]

Continue Reading
समन्वय

‘समन्वय’ मंत्र है हिंदी सहित सभी 22 राजभाषाओं की समृद्धि का

भाषा और शब्दों की शक्ति एवं श्रेष्ठता पहचानने की जरूरत *कल्याण कुमार सिन्हा- आजादी के 75 साल हो चुके, फिर भी राष्ट्रभाषा हिंदी के साथ देश की अन्य सभी भाषाएं समुचित प्रतिष्ठा पाने से वंचित हैं. हमारे देश की भाषा और संस्कृति, उनकी विविधताएं एक उस सुन्दर बाग की तरह हैं, जिसमें रंग-बिरंगे और विविध […]

Continue Reading
देश

देश के विधायिका प्रमुख, न्याय प्रमुख जब भाषा प्रश्न पर हों एक मत..!

फिर भी भाषायी जटिलता की कुटिलता में फंसी हुई है देश की न्यायिक प्रणाली और न्यायिक फैसले *कल्याण कुमार सिन्हा- विश्लेषण : हाल ही में चेन्नई के एक आयोजन में देश के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एन.वी. रमना ने भी कहा था कि ‘न्यायिक प्रक्रिया शादी के मंत्रों जैसी जटिल नहीं होनी चाहिए, जिसे लोग समझ […]

Continue Reading
ईपीएस- 95

ईपीएस- 95 पेंशनरों के साथ क्रूर खेल का एक और नया अध्याय

*कल्याण कुमार सिन्हा- …वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती..! लोकतंत्र की खासियत कहें, या जनता का दुर्भाग्य..! सरकार और राजनीतिक पार्टियां उन्हीं की सुनती हैं, जिनमें उन्हें सत्ता के लिए चुनाव में जीत दिलाने या हराने की ताकत होती है. कहने को तो ईपीएस-95 पेंशनरों की तादाद 68 लाख के करीब है. […]

Continue Reading