नई दिल्ली : ओड़िशा के कालाहांडी जिले में वेदांता एल्युमिनियम रिफाइनरी के पास हुई हिंसा में भीड़ ने एक सुरक्षाकर्मी को जिंदा जला दिया. इस संघर्ष में एक प्रदर्शनकारी की भी जान चली गई. यह समाचार आज अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित हुई है.
पुलिस का दावा है कि सोमवार को हिंसा उस वक़्त भड़की जब नौकरी मांग रहे स्थानीय लोगों ने रिफाइनरी परिसर में घुसने की कोशिश की.
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों और ओड़िशा इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के सुरक्षाबलों के बीच हुए संघर्ष में 20 लोग घायल हो गए. पुलिस का कहना है कि स्थानीय प्रदर्शनकारी वेदांता कंपनी के स्कूल में अपने बच्चों के दाखिले की और अपने लिए नौकरी की मांग कर रहे थे.
घटना के बाद वेदांता ने एक बयान जारी करके कहा कि हिंसा में ओआईएसएफ के एक जवान की मौत हो गई है.
वेदांता ने भारत एल्यूमीनियम कंपनी या बाल्को की रिफ़ाइनरी, समेलटर और खदानों को भारत सरकार से क़रीब 551 करोड़ रुपयों में ख़रीदा था. साल 2001 में इस सरकारी कंपनी को वेदांता के द्वारा ख़रीदे जाने के समय से ही विवाद शुरू हो गया था.