दारूबाज पिता ने अपने दो मासूम बच्चों के हत्या कर दी कुएं में फेंक कर

अपराध नागपुर संभाग
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शराबी पति से दूर रखने की कीमत सरिता मेश्राम ने बच्चों को खो कर चुकाई

विपेन्द्र कुमार सिंह,
नागपुर :
दारूबाज पति संतोष लक्ष्मण मेश्राम (31) की सुबह होते ही दारू के अड्डे की सैर की आदत से क्षुब्ध पत्नी सरिता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि शराबी पति बाता-बाती और उससे अपने बच्चों को दूर रखने की कीमत अपने दोनों बच्चों की जान से चुकानी पड़ेगी और अपने दोनों बच्चों को कुएं में फेंक कर उनकी जान लेने वाला कोई और नहीं, बल्कि व्यसनी, निर्दयी पिता ही होगा.

दिल-दिमाग को सुन्न कर देने वाली यह घटना हिंगणा एमआईडीसी थाना क्षेत्र के इसासनी-वाघधरा मेंआज गुरुवार, 11 अक्टूबर को लगभग सुबह 10 बजे घटी. हिंगणा एमआईडीसी पुलिस को सरिता से मिली जानकारी के अनुसार सुबह-सुबह ही दारू पी कर घर लौटे संतोष से सरिता की जमकर बाता-बाती हुई. शोर सुन कर उनके दोनों बच्चे हर्ष कुमार (6) और प्रिन्स कुमार (4) जग गए और रोने लगे. उन्हें रोता देख संतोष दूकान गया और उनके लिए बिस्किट के दो छोटे पैकेट लेकर लौटा. बच्चों के हाथों में बिस्किट देख सरिता और भड़क गई. उसने बच्चों से बिस्किट छीन कर गुस्से में संतोष को कहा कि तुम मेरे बच्चों की जान बिस्कुट में जहर डाल कर ले सकते हो.

सरिता एमआईडीसी की एक कंपनी में दिहाड़ी पर काम करती है. सुबह 9 बजे वह अपना टिफिन तैयार कर बच्चों को भी नाश्ता खिलाया.और उन्हें तैयार कर अपने साथ पास ही में रहने वाली अपनी बहन रंजिता के घर उन्हें छोड़ा और अपने काम पर चली गई.

थोड़ी ही देर में उसकी बहन रंजिता का फोन आया. उसने सरिता से पूछा- ‘तूने पति के साथ कैसी लड़ाई की है, वह काफी गुस्से में यहां आया और दोनों बच्चों को जबरदस्ती अपने साथ ले गया है.’ रंजिता ने सरिता को तुरंत आने को कहा. थोड़ी ही देर में सरिता घबराई हुई जब पहुंची तो उसने अपने पति संतोष को घर के पास घूमता हुआ पाया. बच्चों के बारे में पूछने पर संतोष ने जब कोई जवाब नहीं दिया, तब सरिता उस पर बरस पड़ी. घर के बाहर ही दोनों में फिर झगड़े शुरू हो गए. किसी ने उनके झगड़े की सूचना पुलिस को दे दी. पुलिस स्टेशन से दो बीट मार्शल वहां पहुंचे और रास्ते पर दोनों के झगड़े के कारण जमी भीड़ को हटाते हुए उन्हें थाने ले गए.

सरिता ने थाने में भी पुलिस से अपने बच्चों के बारे में संतोष से पूछने को कहा. काफी मशक्कत के बाद संतोष ने जब पुलिस को बच्चों के बारे में जानकारी दी तो पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए. उसने बताया कि अपने दोनों बेटों हर्ष कुमार (6) और प्रिन्स कुमार (4)को वह वहां से 1 किलोमीटर दूर माधव नगर के बाहर एक कुएं में फेंक आया है. उसे लेकर पुलिस कुएं के पास पहुंची. कुएं में एक जानवर का शव तैरता नजर तो आया, लेकिन बच्चे नजर नहीं आए. इसके बाद अग्निशमन दल को बुलाया गया. अग्निशमन दल के लोग कुएं में उतरे और गुरुवार की देर शाम बच्चों के शव बाहर निकाले.

बच्चों के शव देख सरिता दहाड़ मार कर रो पड़ी और बेहोश हो गई. पुलिसकर्मियों ने पानी के छींटे मार कर उसे होश में लाया और बच्चों शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज कर संतोष मेश्राम को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना परिसर में अत्यधिक शोक और निर्दयी पिता के लिए नाराजगी का वातावरण फ़ैल गया.

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