जुड़वां शहर में गुटखा बिक्री पर प्रतिबंध के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना हुई आक्रमक

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अचलपुर बना गुटखा तस्करी का गढ़, बेखौफ करोड़ों रुपए का अवैध कारोबार कर रहे तस्कर

इरशाद अहमद,
अचलपुर (अमरावती) :
जिले का ऐतिहासिक जुड़वां शहर अचलपुर-परतवाड़ा आज अवैध गुटखा तस्करी में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. शहर में दिन ब दिन गुटखा तस्कर बढ़ते जा रहे हैं. आखिर अवैध गुटखा कारोबार करने वाले तस्करो पर पुलिस विभाग कार्रवाई क्यों नहीं करता? करता भी है तो नामात्र की. इसे देखते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने पुलिस एवं प्रशासन को चेतावनी दी है कि गुटखा तस्करों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो मनसे खुद गुटखा तस्करी बाद कराने के लिए जो भी संभव कार्रवाई होगी, वह अपने स्टाईल में करेगी. इसके लिए पूरी तरह से पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार होगा.

मिली जानकारी के मुताबिक बडनेरा में बैठे तस्करों के द्वारा संचालित किया रहा यह अवैध कारोबार अचलपुर में जमकर फल-फूल रहा है. इसकी बड़ी जड़ें यहां फैलती जा रही है. अचलपुर में मोमिनपुरा के दो बडे तस्कर देवड़ी परिसर में एक तस्कर गांधिपुल मनज़ुरपुरा में एक बड़ा तस्कर नासिर व एकता, डाइमंड आदि चलन में हैं. पुलिस व अन्न एवं औषधि प्रशासन को इन के सारे ठिकाने पता होने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

मनसे के जिला उपाध्यक्ष विजय पोटे पाटिल के नेतृत्व में आज अचलपुर उपविभागीय अधिकारी को एक निवेदन दिया गया है, जिसमें यह मांग की गई है कि अचलपुर-परतवाड़ा जुड़वां नगरी में गुटखा बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाए, अन्यथा मनसे अपनी स्टाईल में गुटखा प्रतिबन्ध करवाएगी.

विजय पोटे ने कहा की राज्य में गुटखा बन्दी जारी है, लेकिन शासन के आदेश को स्थानीय प्रशासन कचरे की टोकरी दिखता आया है. अचलपुर तहसील के साथ जुड़वां नगरी में लाखों रुपए का अवैध गुटखा रोज स्कूलों,कालेजों व परिसर के सार्वजनिक स्थलों पर खुलेआम पर बेची जा रही है. फिर भी पुलिस और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. मनसे ने पुलिस व अन्न औषधि विभाग से मांग की है कि तस्करों पर कड़क कार्रवाई की जाए, अन्यथा मनसे खुद ही अपनी स्टाईल में कार्रवाई करेगा और इसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी.

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