समाज कार्य के लिए संघर्ष से ही समाज को प्रतिष्ठा मिलती है : सुधीर मुनगंटीवार
*राखी-
चंद्रपुर (महाराष्ट्र) : कोई समाज या देश कितना श्रेष्ठ है, उसे उसके कार्यों के अनुसार ही आंका जाता है. यह उद्गार पूर्व वन एवं वित्त मंत्री एवं लोक लेखा समिति के अध्यक्ष विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने यहां व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि छात्रों की सुविधा के लिए बेहतर व्यवस्था करने की दृष्टि से वासुदेव गाडेगोणे द्वारा किए गए प्रयासों और उनके सहयोगियों द्वारा दिए गए समर्थन जैसे कार्य से ही समुदाय की गुणवत्ता को बढ़ावा मिलता है.
मूल रोड स्थित संताजी हॉल के सामने खुले स्थान के सौंदर्यीकरण के लिए चंद्रपुर नगर निगम की ओर से भूमि पूजन विधायक मुनगंटीवार द्वारा किया गया. इस मौके पर मेयर राखी संजय कंचर्लावार मुख्य अतिथि थीं. डिप्टी मेयर राहुल पावड़े, स्थायी समिति के अध्यक्ष संदीप अवारी, सदन के नेता देवानंद वधाई, भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष डॉ. मंगेश गुलवाडे, पार्षद प्रदीप किरमे, पार्षद अनुराधा हजारे, पार्षद वनिता दुकारे, पार्षद कल्पना बागुलकर, डॉ. वासुदेव गाडेगोणे, डॉ. प्रेरणा कोल्टे, डॉ. हजारे और तेली समुदाय के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “मुझे इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला और वहां के समुदाय के लोगों ने एक अनुरोध किया. उसी के अनुरूप मैंने संत संताजी जगन्नाडे महाराज का डाक टिकट जारी करने की पहल की. यह मेरी सौभाग्य है. इसके अलावा तेली समाज और संत संताजी जगन्नाडे महाराज के स्मारक के लिए भी प्रयास किए गए. आज तेली समुदाय में बड़ी संख्या में युवा उच्च पदों पर पहुंचे हैं.” उन्होंने समाज के अंतिम जनों के उत्थान की अपील की.
इस मौके पर मेयर राखी संजय कंचर्लावार ने कहा कि तेली समाज पर संतों का आशीर्वाद है. श्री संत जगन्नाडे महाराज, संत तुकाराम महाराज के अभंग की कविताओं का पाठ करते थे, इसलिए उन्होंने अभंग की गाथा को फिर से लिखा. अपने भावोदगार व्यक्त करते हुए उन्होंने ने कहा कि अन्याय के विरुद्ध संघर्ष कर रहे संत तुकाराम महाराज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने वाले शिष्य श्री संत जगन्नाडे महाराज का नाम सुशोभित करते हुए उन्हें प्रसन्नता है. इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपना उचित मार्गदर्शन किया.