अंकिता पिसुदे को जलाकर मारने वाले नगराले को उम्र कैद की सजा

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अंकिता पिसुदे
फैसले के बाद विशेष सरकारी वकील अधि. उज्जवल निकम पत्रकारों को सजा की जानकारी देते हुए. फोटो के इनसेट में अंकिता पिसुदे और दाईं ओर सजायाफ्ता विकेश नगराले.

*अश्विन शाह –
वर्धा (महाराष्ट्र) : वर्धा जिले के तहसील हिंगणघाट की एक कॉलेज की वनस्पति शास्त्र की प्राध्यापिका अंकिता पिसुदे को सुबह की भरी सड़क पर पेट्रोल डाल कर जलाकर मार डालने वाले विकेश नगराले को गुरुवार, 10 फरवरी को यहां उम्रकैद की सजा और 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई. आज के ही दिन 10 फरवरी 2020 को अंकिता ने नागपुर के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया था. 


पूरे दो वर्ष पूर्व सोमवार, 3 फरवरी 2020 की सुबह इस वारदात में हिंगणघाट में जिला और अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर.बी. भागवत ने सजा सुनाई. पुलिस द्वारा दायर 426 पृष्ठों के आरोपपत्र पर सुनवाई के दौरान 29 प्रत्यक्षदर्शी गवाहों ने गवाही दी. सरकार की ओर से विशेष रूप से नियुक्त प्रसिद्ध अधिवक्ता उज्जवल निकम ने अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पैरवी की. अधि. निकम ने बताया कि नगराले को जीवन पर्यन्त अब जेल में ही रहना होगा. पिछले दो वर्षों से जेल में रहने पर उसे कोई छूट नहीं मिलने वाली है. 

सिरफिरे शादीशुदा विकेश नगराले अंकिता से विवाह करना चाहता था. वह बहुत समय से उसके पीछे पड़ा हुआ था. अंकिता द्वारा लगातार उसे इंकार करती रही. इससे नाराज नगराले ने 24 वर्षीया अंकिता पिसुदे को नंदोरी चौक की सड़क पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला कर मार डालने की घटना को अंजाम दे दिया. इसमें अंकिता गंभीर रूप से झुलस गई थी. 

घटना के बाद पीछे आ रही पीड़ित प्राध्यापिका की सहेलियों व कुछ युवकों ने आग बुझा कर उसे स्थानीय उपजिला अस्पताल तक पहुंचाया था. वहां प्राथमिक उपचार के बाद फौरन उन्हें नागपुर के ऑरेंज सिटी अस्पताल ले जाया गया. अंकिता के चेहरे, सिर, गर्दन सबसे अधिक प्रभावित हुए थे, जिससे श्वसन तंत्र पर असर पड़ा था. उसकी हालत शुरू से ही चिंताजनक बनी हुई थी.सात दिनों तक मौत से जूझती हुई अंकिता ने दम तोड़ दिया था. 

इस घटना से सम्पूर्ण महाराष्ट्र में सनसनी फ़ैल गई थी. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अंकिता का इलाज मुख्यमंत्री राहत कोष से करवाने की घोषणा की. वहीं, नवी मुंबई के नेशनल बर्न सेंटर के विशेषज्ञ सुनील केसवानी को नागपुर भेजा. साथ ही उसे न्याय दिलाने के लिए मुकदमे की पैरवी में अधि. निकम को नियुक्त किया. 

वर्धा जिले के दरोदा गांव की रहने वाली अंकिता पिसुदे हिंगणघाट के एक महिला कॉलेज में लेक्चरर थी. वह प्रतिदिन की तरह सोमवार, 3 फरवरी 2020 की सुबह कॉलेज जाने के लिए बस में सवार और हिंगणघाट में कॉलेज नजदीक आने पर बस से उतरी. वहां पहले से मौजूद अंकिता के ही गांव का रहने वाला विकेश नगराले अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकालकर अंकिता के पास आया. अंकिता कुछ समझ पाती, इससे पहले विकेश ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और वहां से भाग निकला था.

पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया था. फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अंकिता के पिता अरुण पिसुदे ने कहा कि इस फैसले से उन्हें तात्कालिक संतोष भले ही है, लेकिन वे नगराले के लिए मृत्युदंड की मांग करते हैं. 

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