सिंधी सेवा

सिंधी सेवा संगम में आयुर्वेद आयुष के राष्ट्रीय प्रमुख बने डॉ. ममतानी

नागपुर
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नागपुर : नागपुर के सुप्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. गुरमुख ममतानी सिंधी समाज के सर्वोच्च संगठन विश्व सिंधी सेवा संगम के राष्ट्रीय आयुष (आयुर्वेद, योगा, नेचरोपैथी, यूनानी और होमियोपैथी) के प्रमुख नियुक्त किए गए हैं. विश्व सिंधी सेवा संगम, महाराष्ट्र के अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने डॉ. गुरमुख ममतानी की नियुक्ति की घोषणा कर उन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किया.

इस अवसर पर कलगीधर सत्संग मंडल जरीफटका में रविवार को वकील साहब और मोटवानी ने डॉ. ममतानी को उनकी पत्नी डॉ. अंजू ममतानी के साथ स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया. डॉ. गुरुमुख ममतानी ने कहा कि वे विश्व सिंधी सेवा संघटन के माध्यम से पूरे देश में आयुर्वेदिक शिविरों का आयोजन कर आयुष का देश में प्रचार कर पूरी तरह सहयोग प्रदान करेंगे.

इस अवसर पर मोटवानी ने बताया कि विश्व सिंधी सेवा संगम की विदेशों में करीब 28 स्थानों और देश के 26 राज्यो में शाखाएं है. संस्थापक दादा गोपाल सजनानी और अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष लायन डॉ. राजू मनवानी के कुशल मार्गदर्शन में सिंधी समाज का यह संगठन पूरे विश्व का सबसे बड़ा संग़ठन है.

उन्होंने बताया कि विश्व सिंधी सेवा संगम का प्रमुख उद्देश्य देश-विदेश के सिंधी समाज को एकजुट करना, सिन्धियत को बढ़ावा देना, सिंधी परिवारों में सिंधी भाषा में बातचीत को बढ़ावा देना, सिंधियों को राजनीतिक अधिकारों दिलाने के लिए प्रयास करना और सिंधी समाज से जुडी सभी समस्याओ का निवारण करना है. इसके साथ सिंधी छात्रों को छात्रवृत्ति दिलवाना, सिंधी सांस्कृतिक आयोजन करना, सिंधी समाज के सभी पर्व धूमधाम से मनाना, सिंधी संस्कृति का प्रचार करना, जैसे अनेको समाज के हित में यह संस्था कार्य कर रही है.

उल्लेखनीय है कि विश्व सिंधी सेवा संगम का तीसरा अंतरराष्ट्रीय सिंधी समाज का महासम्मेलन 3 से 5 जनवरी को पुणे में हुआ. यह सम्मेलन ऐतिहासिक और यादगार रहा. सिंधी समाज के हित में अनेक प्रस्ताव पारित हुए.

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