स्व. बालासाहब तिरपुड़े पत्रकारिता पुरस्कार से वाजपेयी सम्मानित
नागपुर : टीवी समाचार चैनल के वरिष्ठ पत्रकार पुण्यप्रसून वाजपेयी को यहां स्व. बालासाहब तिरपुड़े पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया. स्थानीय वसंतराव देशपांडे सभागृह में आयोजित समारोह में बालासाहब तिरपुड़े जन्मशताब्दी समिति की ओर से युगांतर शिक्षण संस्था के अध्यक्ष राजकुमार तिरपुड़े ने वाजपेयी को पुरस्कार स्वरूप 1 लाख रुपए नकद, शाल और श्रीफल भेंट किया.
इस अवसर पर अपने भाषण में वाजपेयी ने कहा कि मीडिया को सरकारी सहयोग पर सहारे रहने के बजाय अपने पाठकों के बीच अपनी पहचान और विश्वसनीयता बनाए रखना चाहिए. शासक आते-जाते रहते हैं, वे अपने प्रोपगैंडा के लिए मीडिया का इस्तेमाल उन्हें अपने ऊपर निर्भर बना कर करने का प्रयास करते हैं. मीडिया को इस खतरे से बचने की जरूरत है.
वाजपेयी ने कहा कि मीडिया की अपनी एक बड़ी ताकत है. उसे देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होती है. उसे अपनी ताकत का इस्तेमाल देश के निर्माण में करने के लिए सरकारों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए.
उन्होंने वर्तमान समय में मीडिया के अस्वस्थ होने का कारण बताते हुए कहा कि यह स्थिति सरकार पर निर्भरता के कारण है. उन्होंने बताया कि सरकार को जब मीडिया का अपने पक्ष में उपयोग करने की जरूरत थी तब उसने मीडिया के लिए 2015 में बजट में 9 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान कर रखा था. इसमें 4 हजार करोड़ इलेक्ट्रानिक मीडिया के लिए और 5 हजार करोड़ प्रिंट मीडिया के लिए था. अब जब चुनाव जीत कर सरकार फिर से सत्ता में आ गई तो उसने 2019 से मीडिया के लिए अपना बजट घटा कर 4.5 करोड़ रुपए कर दिया है. इसमें इलेक्ट्रानिक मीडिया के लिए 2 हजार करोड़ और प्रिंट मीडिया के लिए 2.5 हजार करोड़ रुपए है. इस बार मीडिया के हिस्से में सरकार के पास धन नहीं है. इससे मीडिया अस्वस्थ होती जा रही है.
वाजपेयी ने कहा कि सरकार के प्रोपगैंडा में जुटी मीडिया ने जनता में अपनी विश्वसनीयता खोई है और जिस मीडिया ने अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रखने की कोशिश की उसके पीछे सरकार ने ईडी और सीबीआई को लगा दिया है. उन्होंने कहा कि यह हालात देश की मीडिया के लिए ठीक नहीं है.
कार्यक्रम में मंच पर वरिष्ठ पत्रकार एस.एन. विनोद, महाराष्ट्र श्रमिक पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रदीप मैत्रा, युगांतर शिक्षण संस्था के अध्यक्ष राजकुमार तिरपुड़े, उपाध्यक्ष टीबी गेडाम, महासचिव गणेश गौरखेड़कर, सचिव कोबांडे उपस्थित थे. आरंभ में एस.एन. विनोद ने पुण्यप्रसून का परिचय कराया. प्रस्तावना प्रदीप मैत्रा ने रखी. राजकुमार तिरपुड़े ने अपने भाषण में पत्रकारिता पुरस्कार के संबंध में जानकारी दी. कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन पराग बोंबटकर ने किया.