नीति आयोग के विकास-मानकों पर खरा साबित हो रहा बिहार

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2003
बिहार

विकास के छह मानकों पर देश के 112 जिलों की रैंकिंग में बिहार के जिलों का प्रदर्शन प्रशंसनीय

पटना : बिहार में अब विकास कार्यों का असर दिखाई देने लगा है. नीति आयोग की देश के 112 जिलों की कराई गई रैंकिंग में राज्य का औरंगाबाद जिला ओवरऑल चौथे स्थान पर है, जबकि जमुई नौवें पायदान पर है. इसके साथ ही जमुई जिला तेजी से विकास के लक्ष्य प्राप्त करने वाले शीर्ष पांच जिलों में शामिल है.

सीतामढ़ी कृषि व जल संसाधन के विकास में देश में अव्वल
आयोग ने छह मानकों पर रैंकिंग कराई है, जिनमें सीतामढ़ी कृषि व जल संसाधन के विकास में देश के 112 जिलों में अव्वल आया है. आयोग ने जिन छह मानकों के आधार पर विशेष महत्वाकांक्षी जिला प्रोग्राम का सर्वे कराया है, उनमें स्वास्थ्य व पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संचयन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और बुनियादी संरचनाओं का विकास शामिल है.
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जनवरी, 2018 में आयोग ने विकास के मानकों को आधार मानकर सर्वेक्षण कराया गया था. नीति आयोग ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट जारी की है. स्वास्थ्य व पोषण के लिए 30%, शिक्षा में विकास पर 30%, कृषि एवं जल संचयन पर 20%, वित्तीय समावेशन पर 5%, कौशल विकास पर 5% और बुनियादी संरचना के विकास पर 10% अंक निर्धारित किए गए थे.

स्वास्थ्य व पोषण विषय में अंक निर्धारण के लिए छह वर्ष से कम उम्र वर्ग के अविकसित बच्चों के विकास व छह से 23 माह के बच्चों में स्तनपान व पर्याप्त भोजन को शामिल किया गया था.

इसी तरह से शिक्षा विषय में कक्षा तीन, पांच व आठवीं की कक्षाओं में विद्यार्थियों के गणित के औसत प्रदर्शन और बालिका शिक्षा को शामिल किया गया था. सर्वे में यह पाया गया कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) की तुलना में बिहार के बेगूसराय, कटिहार और सीतामढ़ी जिलों ने अविकसित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया है. हर माह के 20 तारीख को डाटा अपडेट किया जाता था.

इस तरह से सभी छह पैमानों पर आयोग द्वारा डेल्टा रैंकिंग तैयार की गई. इसमें ओवरऑल प्रदर्शन के मामले में तमिलनाडु का विरुधुनगर पहले स्थान, जबकि बिहार का औरंगाबाद जिला चौथे स्थान पर रहा. जून और अक्तूबर में छह मानकों पर तेजी से सुधार करनेवाले जिलों में बिहार का सीतामढ़ी जिला टॉप पर रहा.

ओवरऑल : औरंगाबाद जिला ओवरऑल चौथे स्थान पर और जमुई नौवें स्थान पर, कृषि व जल संचयन में सीतामढ़ी देश में अव्वल

1. बिहार के बेगूसराय, कटिहार व सीतामढ़ी जिलों ने छह वर्ष तक के बच्चों के विकास पर रखा सर्वाधिक फोकस

स्वास्थ्य क्षेत्र में रैंकिंग : अररिया (16), नवादा (20), खगड़िया (21), जमुई (22), मुजफ्फरपुर (29), औरंगाबाद (32), पूर्णिया (40), शेखपुरा (51), बांका (54), गया (65), बेगूसराय (74), सीतामढ़ी (78), कटिहार (95),

शिक्षा क्षेत्र में रैंकिंग : औरंगाबाद (06), जमुई (15), बांका (43), बेगूसराय (65), गया (69), नवादा (72), पूर्णिया (75), खगड़िया (81), कटिहार (93), शेखपुरा (96), सीतामढ़ी (101), मुजफ्फरपुर (103), अररिया (104)

कृषि एवं जल संचयन : सीतामढ़ी (01), मुजफ्फरपुर (07), औरंगाबाद (11), बांका (14), अररिया (32), पूर्णिया (36), खगड़िया (46), कटिहार (65), शेखपुरा (81) नवादा (86), जमुई (98), गया (101), बेगूसराय (109),

वित्तीय समावेशी : बेगूसराय (11), औरंगाबाद (17), खगड़िया (25),पूर्णिया (27), मुजफ्फरपुर (31), जमुई (35), शेखपुरा (45), अररिया (48), कटिहार (49), सीतामढ़ी (51), बांका (53), गया (79), नवादा (75)

कौशल विकास : अररिया (13), गया (22), कटिहार (23), शेखपुरा (36), बेगूसराय (38), मुजफ्फरपुर (46), सीतामढ़ी (67), खगड़िया (69), पूर्णिया (72), नवादा (79), औरंगाबाद (80), बांका (89),जमुई (90)

बुनियादी संरचना : औरंगाबाद (4), जमुई (8), नवादा (41), बांका (45), खगड़िया (54), बेगूसराय (66), पूर्णिया (70), गया (73), अररिया (76), सीतामढ़ी (78), मुजफ्फरपुर (81), शेखपुरा (83), कटिहार (93)

बिहार के जिलों की ओवरऑल रैंकिंग
जिला- रैंक
औरंगाबाद- 04
जमुई- 09
नवादा- 42
बांका- 46
खगड़िया- 55
बेगूसराय- 67
पूर्णिया- 71
गया- 73
अररिया- 76
सीतामढ़ी- 78
मुजफ्फरपुर- 81
शेखपुरा- 83
कटिहार- 93.

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