राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों में मुहैया कराई जाएंगी चिकित्सा सुविधाएं
नागपुर : ‘सरकार आपके द्वार’ अभियान के तहत महाराष्ट्र शासन ने नागपुर जिले में ‘अस्पताल आपके द्वार’ अभियान को लागू करने की मंजूरी दे दी है, जो राज्य के प्रत्येक जिले के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के लोगों को सरकारी खर्च पर आधुनिक त्वरित और उच्च गुणवत्ता वाला स्वास्थ्य कवर प्रदान करेगा. इस महत्वाकांक्षी योजना को राज्य के उपमुख्यमंत्री और जिले के संरक्षक मंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन में बनाई गई है.
नागपुर के कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर ने छत्रपति सभागार में जिला स्वास्थ्य व्यवस्था के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में उपस्थित लोगों को यह जानकारी दी. यह महत्वाकांक्षी परियोजना नागपुर जिले के लिए एक अभिनव प्रयोग के रूप में शुरू की जा रही है.
कलेक्टर डॉ. इटनकर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अति आवश्यक एवं गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिए अग्रिम सूचना तंत्र विकसित करने का प्रयास कर रहे थे. इस प्रस्ताव को उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मंजूरी दे दी है.
आभा कार्ड, आयुष्मान कार्ड भी बनाए जाएंगे
इस योजना के तहत केंद्र एवं राज्य सरकार की हर योजना का प्रभावी वितरण, आयुष्मान भारत कार्ड, आभा कार्ड बनाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है. साथ ही प्रजनन और बाल स्वास्थ्य कार्यक्रमों का कार्यान्वयन, मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उपाय किए जाएंगे. इसके अलावा गैर-संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम, 30 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों की मधुमेह, उच्च रक्तचाप के लिए वर्ष में एक बार जांच, 5 वर्षों में एक बार कैंसर पूर्व जांच, कार्यान्वयन राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम का कार्यान्वयन, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का कार्यान्वयन भी किया जाएगा. साथ ही, ग्रामीण स्तर पर बच्चों और माताओं के भोजन, पोषण, स्वच्छता, टीकाकरण के बारे में जागरूकता पैदा करके स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव को कम करने, स्वस्थ समाज का निर्माण करने, ग्रामीण स्तर पर सभी को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम भी किया जाएगा.
26 एंबुलेंस गाड़ियां तैयार
इस योजना के तहत आरोग्य वाहिनी नामक वाहन में डॉक्टरों की उपलब्धता के साथ-साथ दवाओं का स्टॉक भी रखा जाएगा. इस काम के लिए 26 एंबुलेंस गाड़ियां तैयार की गई हैं. तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक प्रत्येक गांव में आरोग्य वाहिनी के साथ-साथ ग्राम स्तरीय सिस्टम भी मौजूद रहेगा. चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ उन्हें प्राप्त करने के लिए आवश्यक तकनीकी एवं लिपिकीय जनशक्ति भी उपलब्ध करायी जाएगी. प्रतिदिन कितने लोगों की जांच की गई, इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन तैयार की जाएगी और जिला प्रणाली जीपीएस सिस्टम के माध्यम से इसे नियंत्रित करेगी.
गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करेंगे नियंत्रण
यह योजना गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी के नियंत्रण में क्रियान्वित की जाएगी. इसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और ग्राम स्तर की आशा और अन्य कर्मचारी काम करेंगे. आरोग्य वाहिनी गांव में सुविधाजनक स्थान पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच करेगी. जांच के बाद आवश्यकता महसूस होने पर मरीजों को रेफरल सेवाएं प्रदान की जाएंगी. यह अभिनव योजना नागपुर जिले के जिला खनिज फाउंडेशन के माध्यम से कार्यान्वित की जाएगी.