परेशान हो रहे हैं वयोवृद्ध पेंशनर्स, रोकने का कोई कारण भी आदिकारिक रूप से नहीं बताया जा रहा
नागपुर : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने नागपुर सहित विदर्भ के लाखों पेंशनर्स की पेंशन रोक दी है. कारण कया है, इसके बारे में भ्रामक जानकारियां दी जा रही हैं. बताया जा रहा है कि इस वर्ष से जीवन प्रमाण जनवरी महीने से लिया जा रहा है. इस कारण पिछले वर्ष नवंबर 2017 का जीवन प्रमाण दिसंबर 2017 तक ही वैध था. दूसरी ओर यह भी बताया जा रहा है कि ईपीएफओ ने देश भर में लाखों पेंशनर्स के ‘आधार’ से जुड़े जीवन प्रमाण को खारिज कर पेंशन रोक दिया है. खारिज क्यों किया, इसकी जानकरी भी नहीं दी जा रही है.
ज्ञातव्य है कि ईपीएफओ ने पिछले वर्ष अगस्त-सितंबर तक सभी पेंशनर्स के जीवन प्रमाण ‘आधार’ के साथ जोड़ कर जारी किए थे. इसके बाद फिर हर साल की तरह लोगों ने अपने बैंकों के माध्यम से भी अपना जीवन प्रमाण जमा कराया था. इसके बावजूद नागपुर के क्षेत्रीय कार्यालय ने हजारों पेंशनर्स के पेंशन रोक दिए हैं.
इधर ईपीएफओ के नागपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि इस वर्ष से जीवन प्रमाण जनवरी महीने से लिया जा रहा है. इस कारण पिछले वर्ष नवंबर 2017 का जीवन प्रमाण दिसंबर 2017 तक ही वैध था. लेकिन आश्चर्य का विषय है कि ईपीएफओ ने जीवन प्रमाण की अवधि में किए गए इस बदलाव की आज तक भी आधिकारिक रूप से जानकारी नहीं दे सका है.
जबकि अनेक पेंशनर्स के पेंशन ईपीएफओ के तथाकथित ने नियम के अनुसार जनवरी में जीवन प्रमाण नहीं देने पर भी बदस्तूर जारी हैं. जीवन प्रमाण को लेकर ईपीएफओ द्वारा पेंशनर्स को परेशान करने का यह मामला अद्भुत है.
पेंशन राशि रोक दिए जाने के बाद नागपुर क्षेत्रीय कार्यालय में फिर से अपना जीवन प्रमाण देने के लिए सैकड़ों की संख्या में दूर-दराज से पेंशनर्स पहुंच रहे हैं. अपना जीवन प्रमाण देने के लिए इन वयोवृद्ध पेंशनर्स को टोकन लेकर घंटों अपनी बारी का इन्तजार करना पड़ रहा है.