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डॉ. पंजाबराव देशमुख को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग  

नागपुर
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124वीं जयंती पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और विभिन्न ओबीसी संगठनों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

नागपुर : शिक्षण महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख की जयंती मनाई गई. डॉ. पंजाबराव देशमुख ऊर्फ भाऊसाहेब देशमुख की 124वीं जयंती पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भाऊसाहेब के चित्र पर पुष्पहार अर्पण कर उनका अभिवादन किया.

यहां मुख्यमंत्री के शासकीय निवासस्थान रामगिरी में आयोजित इस कार्यक्रम में शालेय शिक्षण मंत्री दीपक केसरकर, सांसद सर्वश्री प्रतापराव जाधव, कृपाल तुमाने, भावना गवली, विधायक कृष्णा खोपडे और अन्य मान्यवर उपस्थित थे. इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने भी पुष्प अर्पण कर भाऊसाहेब का अभिवादन किया.

इस अवसर पर 27 दिसंबर को स्थानीय महाराज बाग चौक पर विभिन्न संस्थाओं और ओबीसी समूह की ओर से डॉ. देशमुख की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. संगठनों ने स्व. डॉ. देशमुख को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की.

भाजपा ओबीसी मोर्चा के नागपुर शहर अध्यक्ष रमेश चौपड़ ने डॉ. पंजाबराव देशमुख के चित्र पर और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर शिक्षा एवं कृषि के क्षेत्र में शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख के कार्य एवं योगदान को याद किया गया. ओबीसी समाज की ओर से अध्यक्ष रमेश चोपड़े उपाध्यक्ष डॉ. पंजाबराव देशमुख को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की.

रमेश गोरले, सचिव राजेश ढोक, अध्यक्ष उमाशंकर नामदेव, रामदास साबले कोषाध्यक्ष, सुनील कोडे, नरेंद्र गोरले, विनोद बोरकुटे, प्रवीण विघारे एराजीव जगताप, किशोर जिचकर, अंडंजय दोफोडे, गोविंद अखंड, अनंत भारसाकाले, नानाजी सतपुते, रवि महलले, कमलेश वानखेड़े, शरद जिचकर, राजू घोडमारे, ललित आमगे, दत्तू बारस्कर, जग्गू तितरमारे, सुरेश कोंगे, नरेश बर्दे, मनीष महलले, कमलेश चाकोले, सुमित पडोले लाईवाडे, प्रमोद वैद्य, विनायक देहंकर, एराजू मोहोड, महेश अलघरे, ठाकरे गुरुजी, मोरेजी अभय यावलकर आदि बड़ी संख्या में ओबीसी भाई मौजूद थे.

अमरावती में डॉ. पंजाबराव देशमुख विदर्भ प्रशासनिक एवं विकास प्रशिक्षण प्रबोधिनी में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की उपस्थिति में दोनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें मध्यप्रदेश के बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा एवं महाराष्ट्र के अमरावती, नागपुर, भंडारा, गोंदिया, बुलढाणा जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे. इस अवसर पर डॉ. देशमुख को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

विदर्भ के विभिन्न जिला मुख्यालयों और तालुका में विभिन्न शैक्षिक एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी डॉ. देशमुख की जयंती के अवसर पर आयोजन किए गए. अकोला जिले में डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ के अलावा अमरावती जिले में भी उनकी स्मृति में स्थापित सभी शैक्षिक संस्थानों में भी उनकी जयंती मनाई गई. 

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