मुंबई : उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और सीएम खेमे की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बीच भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) यू.यू. ललित के साथ एक मंच साझा करने को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर उद्धव सेना ने आज रविवार, 11 सितंबर को निशाना साधा है.
CJI ललित को शनिवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया, जहां केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू भी महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ मौजूद थे. कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने भी मुंबई में भारत के प्रधान न्यायाधीश के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित अन्य सभी लोगों का जिक्र ट्विटर पर किया है.
Attend the Felicitation Ceremony of the Chief Justice of India, Justice U.U Lalit ji in Mumbai. The function was attended by CM @mieknathshinde ji, DyCM @Dev_Fadnavis ji, SC Judges Bhushan Gavai ji, Abhay Oka ji, CJ of Bombay HC Justice Dipankar Datta ji & many Judges. pic.twitter.com/C2fIYwPA9L
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 10, 2022
जब एकनाथ शिंदे सरकार की वैधता को चुनौती देने के एक गंभीर मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के समक्ष हो, ऐसे में CJI द्वारा अपात्र होने की संभावना वाले व्यक्ति के मंच साझा करने पर उद्धव शिवसेना ने कड़ी आपत्ति जताई है.
शिवसेना के प्रवक्ता अरविंद सावंत ने दावा किया कि मानदंडों, नियमों और कानून के अनुसार “इन दिनों कुछ भी नहीं हो रहा”.. “यही कारण है कि हम कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है.”
शिंदे ने इस साल जून में शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था, जिसके परिणामस्वरूप ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी. इसके बाद उन्होंने 30 जून को सीएम के रूप में शपथ ली और फडणवीस ने डिप्टी के रूप में शपथ ली.
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में शिवसेना और गुटों द्वारा दायर याचिकाओं को पांच-न्यायाधीशों की पीठ के पास भेजा, जिसमें दलबदल, विलय और अयोग्यता से संबंधित कई संवैधानिक प्रश्न उठाए गए थे.
मा. सर्वोच्य न्यायालयाच्या घटनापीठासमोर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आणि त्यांच्या सरकारच्या वैधतेची गंभीर सुनावणी सुरु आहे, असे असताना मुख्यमंत्र्यांनी सर्वोच्य न्यायालयाचे मा. सरन्यायाधीश यांच्यासोबत एका व्यासपीठावर बसणे, हे संकेतांना धरून नाही. pic.twitter.com/3pkPzx2KqY
— Jayant Patil- जयंत पाटील (@Jayant_R_Patil) September 11, 2022
इस बीच, महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल, जिनकी पार्टी शिवसेना और कांग्रेस के साथ एमवीए का एक घटक है, ने भी कहा कि यह “अनुचित” है कि शिंदे ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के साथ मंच साझा किया है. जब उनकी सरकार की “वैधता” सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ द्वारा सुनी जा रही है.
ज्ञात हो कि एकनाथ शिंदे सरकार की वैधता को चुनौती देने के एक गंभीर मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ कर रही है.
पाटिल ने कहा, “ऐसे मामले में, यह अनुचित है कि शिंदे का भारत के मुख्य न्यायाधीश के साथ मंच साझा करना, यह प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं है.”
शिंदे फडणवीस सरकारची वैधता आणि कायदेशीरता स्वतः माननीय सर्वोच्च न्यायालयाद्वारे तपासली जात असताना आणि केवळ सध्याचे राज्य सरकारच नाही तर राज्याचे नेतृत्व करणाऱ्या व्यक्तीला देखील अपात्र ठरवले जाऊ शकते अशी परिस्थिती असताना व्यासपीठावरील विसंगती उठून दिसणे साहजिकच आहे. pic.twitter.com/4ijj6xEMJN
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) September 11, 2022
शनिवार के कार्यक्रम की तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट करते हुए, कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने भी कहा, “जब शिंदे-फडणवीस सरकार की वैधता और वैधता की जांच माननीय एससी द्वारा ही की जा रही है और न केवल वर्तमान राज्य सरकार बल्कि इसके प्रमुख व्यक्ति को भी अयोग्य घोषित किया जा सकता है, मंच बल्कि असंगत दिखता है.”