नागपुर में विभिन्न जिलों के 600 वयोवृद्ध पेंशन भोगियों ने कार्यक्रम में भाग लिया
नागपुर : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सभी 27 राज्यों के क्षेत्रीय आयुक्त कार्यालयों पर ईपीएस-95 पेंशनरों ने जोरदार देशव्यापी धरना प्रदर्शन 25 अगस्त को किया. इसके साथ ही ईपीएफओ के सभी क्षेत्रीय आयुक्तों को अपनी मांगों का निवेदन सौंपा.
नागपुर के क्षेत्रीय आयुक्त शेखर कुमार को भी उनके तुकड़ोजी पुतला चौक स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पेंशनरों के विभिन्न संगठनों के पांच प्रतिनिधियों ने निवेदन सौंपा. साथ ही कार्यालय के समक्ष नागपुर के अलावा वर्धा, चंद्रपुर, यवतमाल, भंडारा और गोंदिया जिले के विभिन्न तालुका से लगभग 600 पेंशनरों ने प्रदर्शन किया.
प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय आयुक्त शेखर कुमार से पेंशन से संबंधित सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाईकोर्ट के फैसलों को ईपीएफओ द्वारा दरकिनार किए जाने पर क्षोभ प्रकट किया. उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि सरकार और ईपीएफओ उस भगत सिंह कोश्यारी कमेटी की अनुशंसा को लागू नहीं होने दे रही, जिसे केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार 2014 में सत्ता में आने की पूर्व चुनावों के दौरान बार-बार वादा करती रही कि सरकार में आते ही वह कमेटी की सिफारिशें तुरंत लागू करेगी.
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इस बात पर भी नाराजगी प्रकट की कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा केरल हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराने के बाद भी ईपीएफओ अनावश्यक रूप से फैसले का रिव्यू कराने की चाल चल कर पेंशनरों को वैधानिक हक से वंचित करने का प्रयास कर रहा है. और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में झूठी दलीलें पेश कर देश की सर्वोच्च अदालत को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने निजी कंपनियों के ठेका मजदूरों के भविष्य निधि मामले भी शीघ्र सुलझाने की मांग की. नागपुर के क्षेत्रीय आयुक्त शेखर कुमार ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांगे वे केंद्र सरकार के श्रम मंत्रालय और ईपीएफओ मुख्यालय तक पहुंचाएंगे.
प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय महासचिव, निवृत्त कर्मचारी( 1995) राष्ट्रीय समन्वय समिति प्रकाश पाठक, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, निवृत्त 1995) राष्ट्रीय समन्वय समिति भीमराव डोंगरे, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, निवृत कर्मचारी (1995) राष्ट्रीय समन्वय समिति अरुण कारमोरे, उपाध्यक्ष, एम.एस.आर.टी.सी. संघटना, मुम्बई हरिश्चन्द्र जयपुरकर और महिला प्रतिनिधि, एम.एस.आर.टी.सी. संघटना, मुम्बई .श्रीमती कुसुमताई उदार शामिल थे.
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए पेंशनरों को चर्चा की जानकारी दी. धरना प्रदर्शन में नागपुर, वर्धा, चंद्रपुर, यवतमाल, भंडारा और गोंदिया जिले के विभिन्न तालुका से लगभग 600 पेंशनरों नई हिस्सा लिया. उनसे अपील की गई कि सरकार और ईपीएफओ द्वारा उनकी मांगों पर तत्काल उचित फैसला नहीं लिया तो सभी पेंशनर नई दिल्ली में जंतर-मंतर, रामलीला मैदान और संसद भवन के आगे 6, 7 और 8 दिसम्बर को मोर्चा में शामिल रहने के लिए तैयार रहें.