ऑनलाइन-एजुकेशन स्टार्टअप ‘बायजू’ से हो चुका है आकाश एजुकेशन सर्विस लि. का सौदा
नई दिल्ली : मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की पेशेवर कोचिंग देने वाली आकाश एजुकेशन सर्विस लिमिटेड 73.12 अरब रुपए में बिकने को तैयार है. 2008 में आकाश आईआईटी-जेईई और आकाश का गठन वनस्पति विज्ञान शिक्षक जे.सी. चौधरी ने किया था. कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET), NEET और जेईई के लिए देश के उत्तरी,पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में विद्यार्थियों को यह संस्था अपनी अनेक केंद्रों के माध्यम सर कोचिंग प्रदान करती है.
ताजा खबरों के अनुसार देश के सबसे बड़े ऑनलाइन-एजुकेशन स्टार्टअप बायजू (byju’s) ने इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कराने वाली इस कंपनी आकाश एजुकेशनल सर्विस लिमिटेड को एक अरब डॉलर (73.12 अरब रुपए) में खरीदने का सौदा कर लिया है.
समझा जाता है कि यह दुनिया में एडुटेक सेक्टर के सबसे बड़े सौदों में से एक है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगले दो-तीन महीनों में यह सौदा पूरा हो जाएगा. बता दें कि बायजू 877 अरब रुपए की वैल्यू के साथ देश का दूसरा सबसे वैल्यूबल स्टार्टअप है.
आधिकारिक पुष्टि अभी होनी है सौदे की
हालांकि सौदे को लेकर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन खबर पक्की बताई जाती है कि सौदा पक्का हो चुका है.जल्द ही सौदे की आधिकारिक पुष्टि होने की संभावना है. इसमें यह भी तय बताया जा रहा है कि सौदे के बाद आकाश का संस्थापक चौधरी परिवार आकाश से पूरी तरह अलग हो जाएगा. उनके कोई हिस्सेदारी नहीं रहेगी.
जबकि ब्लैकस्टोन अपनी 37.5% हिस्सेदारी का एक हिस्सा बायजू के स्टेक के साथ स्वैप करेगा. देशभर में 200 से अधिक ट्यूशन सेंटरों वाली आकाश एजुकेशनल सर्विस लिमिटेड में भी ब्लैकस्टोन ग्रुप का निवेश है. महामारी के कारण ऑफलाइन ट्यूशन सेंटरों पर बुरा असर पड़ा था और देशभर में कई ऐसे सेंटर बंद हो चुके हैं.
व्हाइटहैट जूनियर का भी अधिग्रहण कर चुकी है बायजू
आकाश का अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू करने से पहले बायजू ने एक और उपलब्धि हासिल की है. इसने पिछले साल अगस्त में महामारी के बीच एडुटेक सेक्टर की एक और कंपनी व्हाइटहैट जूनियर का अधिग्रण कर लिया था. यह कंपनी बच्चों को कोडिंग सिखाती है.
महामारी की पाबंदियों के बीच हुई मजबूत
कोरोना वायरस महामारी के दौरान पाबंदियों के चलते देश और दुनिया में ऑनलाइन एजुकेशन की मांग काफी बढ़ी थी. बायजू ने इस मौके का फायदा उठाते हुए अपनी पहुंच को मजबूत कर लिया था. बायजू को फेसबुक के मार्क जकरबर्ग के चान जकरबर्ग इनीशिएटिव और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट एंड बॉन्ड कैपिटल आदि से फंडिंग मिली हुई है.
2011 में शुरू हुई थी बायजू
एक पूर्व शिक्षक बायजू रविंद्रन ने एक स्मार्टफोन ऐप के तौर पर 2011 में इसकी शुरुआत की थी. आज इसके देश के 1,700 शहरों में 7 करोड़ यूजर हैं. इनमें से 45 लाख पेड यूजर हैं. यह ऐप किंडरगार्टन से लेकर 12वीं क्लास के बच्चों के लिए एजुकेशनल कंटेट बनाती है. कंपनी ने इस वित्त वर्ष के दौरान अपना रेवेन्यू दोगुना करके 1 अरब डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.