नागपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रवक्ता एवं मराठी दैनिक ‘तरुण भारत’ के पूर्व संपादक माधव गोविन्द राव वैद्य का आज यहां निधन हो गया. वे 97 वर्ष के थे. संघ के विचारक और हिंदुत्व के सिद्धांत के प्रखर भाष्यकार रहे स्व. वैद्य संघ के एक समर्पित वरिष्ठ स्वयं सेवक थे. वे आदर से बाबूराव वैद्य के नाम से भी जाने जाते थे.
स्थानीय स्पंदन अस्पताल में आज शनिवार के अपराह्न 3.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. वे वृद्धावस्था के कारण पिछले कुछ समय से बीमार थे. उपचार के लिए उन्हें स्पंदन अस्पताल में दाखिल कराया गया था.
उनकी अंतिम यात्रा रविवार, 20 दिसंबर को उनके प्रताप नगर स्थित निवास 80, विद्या विहार से प्रातः 9.30 बजे निकलेगी. अंतिम संस्कार अम्बाझरी श्मशान घाट में होगा.
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा है कि ‘बचपन से ही मुझे स्व. वैद्य के निकट रहने और उनका स्नेहपात्र होने का सौभाग्य मिला. विधान परिषद सदस्य के रूप में कार्य करने में मुझे हमेशा उनका मार्गदर्शन मिलता रहा. उन्हें पूज्य गुरुजी सहित संघ के सभी सरसंघ चालकों के साथ काम करने का अवसर प्राप्त था.’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघाचे जेष्ठ स्वयंसेवक, जेष्ठ संपादक आणि विचारवंत मा. गो. उपाख्य बाबूराव वैद्य यांना माझी विनम्र श्रद्धांजली. पूज्य गुरुजी यांच्यासह सर्व सरसंघचालकांसोबत काम करण्याचे, त्यांना जवळून अनुभवण्याचे भाग्य बाबुरावांना लाभले होते.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 19, 2020
खरे तर बाबूरावजी शतायुषी होतील, हा ठाम विश्वास होता, परंतु नियतीच्या मनात काही वेगळेच होते. एक व्रतस्थ आणि ऋषीतुल्य व्यक्तिमत्त्व आपल्यातून गेले याचे अतीव दु:ख आहे. ईश्वर दिवंगत आत्म्यास शांती देवो. ॐ शांती.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 19, 2020
स्व. वैद्य अपने पीछे अपनी पत्नी सुनंदा, तीन पुत्रियां विभावरी गिरीश नाईक, डॉ. प्रतिभा उदय राजहंस और बाराती जयंत कहू तथा पांच पुत्र धनंजय, डॉ. मनमोहन (सर सरकार्यवाह, रा.स्व.सं.), श्रीनिवास, शशिभूषण और डॉ. राम (सह संयोजक, हिन्दू स्वयंसेवक संघ) को छोड़ गए.