नागपुर : अभा ग्राहक कल्याण परिषद (AICWC) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने वीसीए और पीसीए (वॉयलेंटरी कंज्यूमर एसोसिएशन/ प्रोफेसनल कंज्यूमर एसोसिएशन) दिवस पर ‘उपभोक्ता संरक्षण कानून एवं उपभोक्ता जागृति अभियान’ कार्यक्रम आरंभ किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता AICWC के अध्यक्ष अश्विन जी मेहाडिया ने की. मंच पर राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रताप मोटवानी, अधिवक्ता भानुदास कुलकर्णी, माधुरी केदार, दूध सिंह, एन. रहमतुल्ला, एन. सिद्धार्थ एवं देवेन्द्र तिवारी राष्ट्रीय महासचिव AICWC भी उपस्थित थे.
सभा को कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग के दौरान डॉ. अनंत शर्मा (राष्ट्रीय अध्यक्ष सीसीआई) जयपुर राजस्थान, ने संबोधित किया. उन्होंने देश के उपभोक्ता संरक्षण क़ानून के बारे में जनजागृति कार्यक्रम की सराहना की. उन्होंने कहाकि जनजागृति से देश में उपभोक्ता संरक्षण आंदोलन सशक्त बनाता जा रहा है. उन्होंने कहाकि आम लोगों और व्यापारियों के लिए इस क़ानून की जानकारी आवश्यक है. यह क़ानून देश देश के तमाम नागरिकों को बहुत बड़ी आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाला है.
AICWC के अध्यक्ष आश्विन ने संबोधित करते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को नए उपभोक्ता संरक्षण कानून लागू करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रामविलास पासवान (केंद्रीय मंत्री, उपभोकता मामले) को धन्यवाद देना चाहिए. देवेन्द्र तिवारी ने नए उपभोक्ता संरक्षण कानून पर उपभोक्ता जागृति अभियान चलाने के बारे में कार्यकर्ताओं को जानकारी दी. अधिवक्ता भानुदास कुलकर्णी ने भी संबोधित किया. उन्होंने इसके कानूनी अधिकारों से लोगों को परिचित कराया.
बड़ा व्यव्हार, बड़ा धोखा
कार्याध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज ऑन लाइन प्रक्रिया से भी अपनी शिकायत उपभोक्ता अदालत में दर्ज में कर न्याय पाया जा सकता है. लेकिन शामिल उन्होंने इस ऑनलाइन अदालती प्रक्रिया से उपभोक्ताओं को सावधानी बरतने की भी सलाह दी. उन्होंने कहाकि अब ‘बड़ा व्यव्हार, बड़ा धोखा’ भी बन कर रह गया है. इसलिए उपभोक्ताओं को मान्य उपभोक्ता संगठन के माध्यम से ही अपनी शिकायतें दर्ज करानी चाहिए. उन्होंने कहाकि हमारा AICWC संगठन इस कार्य में उपभोक्ताओं की पूरी मदद कर रहा है.
प्रस्तावना विजय केवालरमानी ने प्रस्तुत किया. संचालन माधुरी केदार मैडम ने और आभार रंजीता नव घरे ने माना. सभा में रमेश लालवानी, सुनीता पांडे, एड. गौरव सिंह सेंगर, अशोक राचलवर, जगदीश नराद, ज्योति जनबंधू, वनमाला अवाथले, मोहमद नईमुद्दिन्न, अशोक जीचकार, अशोक साल्वे आदि अनेक गणमान्य नागरिक एवं व्यापारी उपस्थित थे.