महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन के 41 विजयी

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एनडीए

मुंबई : महाराष्ट्र में अपने प्रमुख प्रतिद्वंदी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रांकपा) के दिग्गजों को पराजित कर एनडीए (भाजपा-शिवसेना-रिपब्लिकन गठबंधन) ने अपना 2014 का प्रदर्शन दोहराते हुए प्रचंड जीत दर्ज की है. राज्य की कुल 48 सीटों में से भाजपा 23, शिवसेना 18, राष्ट्रवादी कांग्रेस 4, कांग्रेस 1, एआयएमआयएम 1 और निर्दलीय 1 पर विजयी हुए है.

विदर्भ के 10 में से 8 पर एनडीए विजयी
विदर्भ की प्रमुख सीटों एनडीए ने अमरावती और चंद्रपुर की दो सीटें खोई है. जब की आठ सीटों पर विजय हासिल की है. इनमें नागपुर जिले के नागपुर से भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी और रामटेक से शिवसेना के कृपाल तुमने चुनाव जीत गए हैं. गढ़चिरोली से भाजपा के अशोक नेते ने कांग्रेस को पराजित किया. अकोला में भाजपा सांसद संजय धोत्रे ने रिपब्लिकन नेता प्रकाश आंबेडकर को पराजित किया. अमरावती में शिवसेना के आनंदराव अडसूल को निर्दलीय नवनीत राणा ने पराजित किया. भंडारा-गोंदिया क्षेत्र से भाजपा के अशोक मेंढे विजयी रहे. वाशिम से शिवसेना सांसद भावना गवली फिर विजयी हुईं. वर्धा से भी भाजपा सांसद रामदास तड़स दुबारा चुनाव जीत गए हैं. बुलढाणा से प्रतापराव जाधव चुनाव जीत गए हैं.

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चंद्रपुर से कांग्रेस के बालू ऊर्फ सुरेश धानोरकर ने केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर को पराजित किया. धानोरकर अब महाराष्ट्र में कांग्रेस के अकेले सांसद होंगे.

एनडीए ने विदर्भ में चंद्रपुर और अमरावती गंवाई
वहीं चंद्रपुर में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर तथा अमरावती में शिवसेना सांसद आनंदराव अडसूल चुनाव हार गए हैं. चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर को पराजित कर कांग्रेस के उम्मीदवार बालू ऊर्फ सुरेश धानोरकर 44763 मतों से विजयी हुए हैं. वे महाराष्ट्र में अब एक मात्र कांग्रेस लोकसभा सदस्य होंगे. अमरावती में शिवसेना सांसद आनंदराव अडसूल युवा स्वाभिमान नेता श्रीमती नवनीत राणा से पराजित हो गए हैं.

नगर भाजपा को उल्लेखनीय सफलता
भाजपा को एक उल्लेखनीय सफलता नगर लोकसभा क्षेत्र में मिली है. वहां से कांग्रेस से भाजपा में आए डॉ. सुजय विखे चुनाव जीत गए हैं. विधानसभा में कांग्रेस के विरोधी पक्ष के नेता रामकृष्ण विखेपाटिल के पुत्र डॉ. विखे को भाजपा में लाने का श्रेय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को है. हालांकि डॉ. विखे की जीत से सर्वाधिक चोट राकांपा प्रमुख शरद पवार को पहुंची है, लेकिन इससे भारी नुक्सान कांग्रेस को हुआ है. जानकारों के मुताबिक अब रामकृष्ण विखे पाटिल का भाजपा प्रवेश का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है.

कांग्रेस एक पर सिमटी
इस चुनाव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद रहे अशोक चव्हाण और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस को राज्य में केवल एक चंद्रपुर की सीट पर ही जीत हासिल हुई है. वह अपनी पिछली बार की दो सीटों की जगह अब मात्र एक सेट पर ही सिमट गई.

राकांपा को चार, पवार को झटका
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले और प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे सहित चार राकांपा उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे. मावल से राकांपा नेता शरद पवार के पोते पार्थ पवार को भी हार का मुंह देखना पद गया है. शरद पवार इस बार चुनाव में नहीं उतरे. उन्हें कांग्रेस-राकांपा गठबंधन की इस असफलता से भारी निराशा हुई है. महाराष्ट्र के आज के सबसे बड़े नेता के रूप में पवार की पहचान है.

शिवसेना ने चार, भाजपा ने एक सीट गंवाई
इधर शिवसेना के 22 में से चार उम्मीदवारों को पराजय का सामना करना पड़ा है. ये हैं- वर्तमान केंद्रीय मंत्री अनंत गिते, पूर्व मंत्री आनंदराव अडसूल, शिवाजीराव अढलराव पाटिल और चंद्रकांत खैरे. जबकि भाजपा को 24 सीटों में से एक सीट केंद्रीय मंत्री अहीर के रूप में चंद्रपुर गंवानी पड़ी है. औरंगाबाद के सांसद चंद्रकांत खैरे को एमआईएम उम्मीदवार इम्तियाज जलील ने पराजित किया.

राज्य में भाजपा-शिवसेना को 41 सीटें मिली हैं. 2014 में भी इस गठबंधन को 41 सीटें ही मिली थीं. तब शिवसेना-भाजपा के साथ रहे किसान नेता राजू शेट्टी को मिलाकर गठबंधन 42 सीटों तक पहुंचा था. इस बार भाजपा-शिवसेना का साथ छोड़कर कांग्रेस-राकांपा के सहयोग से लड़े राजू शेट्टी भी चुनाव हार गए हैं.

पवार को झटका
शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को चार एवं कांग्रेस को सिर्फ एक सीट प्राप्त हुई है. कांग्रेस पिछले चुनाव में मिली दो सीटें भी अपने पास कायम नहीं रख सकी. उसके प्रदेश अध्यक्ष अशोक चह्वाण भी अपने गढ़ नांदेड़ से चुनाव हार गए हैं. राकांपा के भी कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा है. लेकिन राजग गठबंधन को भी चार सीटों पर करारा झटका लगा है. इनमें से महत्त्वपूर्ण एक केंद्रीय उद्योगमंत्री अनंत गीते रायगढ़ से हार गए हैं, तो केंद्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहीर अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश धानोरकर से पराजित हुए हैं.

एनडीए के परिणाम सकारात्मक
कभी कांग्रेस का अभेद्य गढ़ रहे महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन एवं मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के लिए ये परिणाम बड़े सकारात्मक मायने रखते हैं. क्योंकि छह माह बाद ही महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होनेवाले हैं. यदि भाजपा-शिवसेना लोकसभा चुनाव के इन्हीं परिणामों को आगे बढ़ाने की इच्छाशक्ति रखते हुए विधानसभा चुनाव में भी समय रहते गठबंधन कर पाती हैं, तो देश में संख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा राज्य विधानसभा चुनाव में भी भाजपा-शिवसेना गठबंधन की झोली में आ सकता है.

शिवसेना-भाजपा के लिए अगली चुनौती…
चुनाव परिणाम आने के बाद मिठाई लेकर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री पहुंचकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इसके संकेत दे भी दिए हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में शिवसेना-भाजपा का 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया था, जिसका ज्यादा नुकसान शिवसेना को उठाना पड़ा था. अब इस गठबंधन के सामने कुछ ही माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती बनकर खड़े हैं.

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