सूरत (गुजरात) : यहां मुंबई-अहमदाबाद हाइवे के पास एक कॉम्पलेक्स में शुक्रवार को भीषण आग लगने से 20 लोगों की मौत हो गई है. यह एक व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स है, जिसका नाम तक्षशिला है. इसमें कई दुकानें और कोचिंग सेंटर्स हैं. मृतकों में अधिकतर छात्र हैं, जो कॉम्पलेक्स में स्थित एक कोचिंग सेंटर्स में थे.
अधिकतर छात्रों की मौत छलांग लगा देने की वजह से
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीषण आग की वजह से बच्चों ने इमारत के ऊपर से छलांग लगानी शुरू कर दी. हालांकि इस दौरान स्थानीय लोगों ने सीढ़ी लगाकर बच्चों को बचाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. एक स्थानीय व्यावसायी के अनुसार अधिकतर छात्रों की मौत घबराहट के कारण छलांग लगाने की वजह से हुई.
फायर ब्रिगेड सूत्रों के हवाले से बताया गया कि करीब एक घंटे बाद आग पर आखिरकार काबू पा लिया गया और इमारत में किसी और के फंस होने की फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और पुलिस द्वारा मौके पर सघन जांच जांच भी कर ली गई. फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं चल सका है. कोचिंग सेंटर में 30 से ज्यादा बच्चे मौजूद थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बिल्डिंग में अचानक लग जाने से बच्चे इमारत की तीसरी मंजिल पर फंस गए. आग इतनी तेजी से फैली की बच्चों को बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला और इस दौरान कई बच्चे धुंए के कारण वहीं बेहोश हो गए. राज्य के दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “करीब 10 छात्र आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूद गए. कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.”
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा, “हमने मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.”
मृतकों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए हादसे में मारे गए लोगों को चार लाख रुपए देने की घोषणा की है. स्टेट अरबन डेवलपमेंट विभाग को भी इमारत की जांच के आदेश दिए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है और गुजरात सरकार को फौरन राहत पहुंचाने के आदेश दिए हैं.