एनसीपी नेता के भाजपा में शामिल होने की चर्चा पर जब मचा बवाल
विदर्भ आपला : एनसीपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री छगन भुजबल जब पिछले दिनों मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिले और उसके बाद आए उनके बयान से राजनीतिक हलकों में सनसनी फैलते देर नहीं लगी. कुछ लोगों ने तुरंत भविष्यवाणी करनी शुरू कर दी कि नाराज भुजबल जल्द ही भाजपा का दामन थामने वाले हैं. फडणवीस सरकार के मंत्रियों के नामों में उनका नाम नहीं आने से उनकी नाराजगी ने इस चर्चा को और हवा मिलने लगी.
इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा, “भुजबल साहब की राय थोड़ी अलग थी. इसलिए यह मुद्दा उठा है. लेकिन, हम सब मिलकर इसे सुलझा लेंगे और भुजबल साहब जैसा नेता हमारे साथ मैदान में होना चाहिए. ताकि कोई रास्ता निकले.”
छगन भुजबल के बारे में क्या बोले सीएम?
इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा, “भुजबल ने आपको (मीडिया को) बताया है कि उन्होंने मुझसे मुलाकात की और मुलाकात के बाद हमने क्या चर्चा की. अतः अलग से जानकारी देने की जरूरत नहीं है.”
मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा, “मैं खुद और अजित दादा भी, उनके बारे में चिंतित हैं. पिछली सरकार में अजित पवार ने भुजबल साहब को कैबिनेट में लिया था. इस बार उनका (अजित पवार) भुजबल साहब को हटाने का कोई इरादा नहीं था.” अजित पवार ने मुझसे कहा कि हम चाहते हैं हमारी पार्टी (राष्ट्रवादी कांग्रेस) एक राष्ट्रीय पार्टी है, हम इसे राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाना चाहते हैं और भुजबल साहब जैसे नेता, जिन्हें लोग राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचानते हैं, हमारी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर उनसे पहचान मिलेगी.
मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा, “भुजबल साहब हमारे महागठबंधन के प्रमुख नेता हैं और तीनों दल बेशक राष्ट्रवादी पार्टी के हैं. हमारे तीनों दलों के नेता उनके प्रति सम्मान की भावना रखते हैं. मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा, “महागठबंधन की जीत में उन्होंने भी भूमिका निभाई है.”
क्या भुजबल का भाजपा में स्वागत होगा..?
यह पूछे जाने पर कि क्या आप भाजपा में स्वागत करेंगे? इस सवाल का जवाब देते हुए फड़णवीस ने कहा, “यह सच है कि उन्होंने ऐसी कोई मांग नहीं की. ऐसा कोई मुद्दा नहीं आया. आखिरकार, एनसीपी, हम और शिवसेना एकजुट हैं. इसलिए ऐसी कोई भावना नहीं है. हम एकजुट हैं.” मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा, “मैं तीनों दलों में उन्हें एकीकृत करने और उनका सम्मान करने का निर्णय लेना चाहता हूं.”