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सोनिया, राहुल ने चीन से राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए 90 लाख रु. लिए

राजनीति
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नई दिल्ली : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और उनके पुत्र कांग्रेस नेता राहुल गांधी व् पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा पर आरोपों का सिलसिला थम नहीं रहा. या यूं कहें भारत-चीन के बीच लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर सरकार के विरुद्ध और चीन समर्थक उनके रवैये ने सत्तारूढ़ भाजपा को गड़े मुर्दे उखाड़ने पर मजबूर कर दिया है. एक के बाद दूसरा गंभीर और सनसनी फैलाने वाला मामले आरोपों के रूप में सामने आने लगा है. अब ताजा आरोप यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए चीन से 90 लाख रुपए दान स्वरूप प्राप्त किए हैं.

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चित्र (फाइल फोटो) में  राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी और दूसरे चित्र में चायनीज अधिकारी से डोनेशन प्राप्त करते तत्कालीन भारतीय राजदूत. 

यह ताजा आरोप केंद्रीय क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने लगाया है. मध्यप्रदेश में वर्चुअल रैली को संबोधित करने के दौरान कांग्रेस पर उन्होंने जोरदार हमला करते हुए चीन के बहाने कांग्रेस पर जबरदस्त वार किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने चाइना एंबेसी से डोनेशन के नाम पर मोटी रकम ली है.

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कुछ दस्तावेजों को दिखाकर ये दावा किया कि साल 2005-2006 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन की फंडिंग का पैसा मिला था.


जे.पी. नड्डा ने टीवी रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-2006 में चीनी दूतावास ने मोटी रकम दिया है. यह है चीन और कांग्रेस का गुपचुप रिश्ता. उन्होंने कहा कि यह परिवार विपक्ष नहीं हो सकता है. 3 हजार यूएस डॉलर लेने वाले मुखर नहीं हो सकते हैं. ये अपने स्वार्थ के जाल में स्वयं उलझे हुए हैं. नड्डा ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने जो फंडिंग की है, इस पर देश जवाब चाहता है.  


नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वहीं लोग हैं, जो चीन से फंड लेकर देश में माहौल बनाते हैं. सभी राजनैतिक दल के लोगों ने पीएम से कहा कि वह सभी देशहित में एक साथ खड़े हैं. एक परिवार ने विरोध किया. इनके खाने के दांत कुछ, और दिखाने के लिए कुछ और हैं.


साथ ही डोकलाम के वक्त की घटना को नड्डा ने याद दिलाते हुए राहुल गांधी को निशाने पर लिया है. जेपी नड्डा ने कहा कि गलवान घाट की घटना पर भी कांग्रेस ने राजनीति की है. ये वही कांग्रेस है, जब 2017 के अगस्त में चीन और भारत का स्टैंड ऑफ हो रहा था, उस समय राहुल गांधी चीन के राजदूत से गुपचुप मुलाकात कर रहे थे.

उन्होंने, “आज ही मैंने टेलीविजन में देखा और दंग हूं कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-06 में पीपल रिप्बलिक ऑफ चाइना और चाइनीज एंबेसी ने मोटी रकम दी. ये है चाइना और कांग्रेस का गुपचुप रिश्ता है.”   

इधर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट कर देश की जनता को चाइनीज डोनेशन की रकम का खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि लेन-देन के संस्कारों पर चलती कांग्रेस का एक और कारनामा, किसने सोचा था…सोनिया जी, वायनाड सांसद और प्रियंका वाड्रा द्वारा संचालित ‘राजीव गांधी फाउंडेशन’ चीनी दूतावास से ₹90 लाख लेगा. शायद इसीलिए गांधी परिवार को राष्ट्रवाद से इतनी घृणा है.

 
यह डोनेशन की इस रकम की सनसनीखेज जानकारी देकर केंद्रीय मंत्री ने एक नया भूचाल पैदा कर दिया है. चीन के साथ पार्टी स्टार पर कांग्रेस की गठजोड़ की खबर वैसे ही देश में तूफान खड़ा कर रहा था, अब करेले पर नीम चढ़ गया है.

इस पर कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा सीमा विवाद पर तो जवाब दे नहीं रही है और इस तरह के आरोपों को लगाकर मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. भाजपा सिर्फ झूठ बोलती है.  

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