लोकसभा चुनाव 2019 : क्या अमित शाह खतरा बनेंगे राजनाथ सिंह के लिए…

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अमित शाह

समाचार विश्लेषण / विशेष संवाददाता :
अमित शाह
का चुनावी अखाड़े में उतरना भाजपा की भविष्य की राजनीति के संकेत देने लगा है. उनकी गुजरात के गांधीनगर सीट से उम्मीदवारी की घोषणा के जरिए पार्टी ने कई संदेश देने की कोशिश की है. पहला संदेश तो इस रूप में आया है कि लालकृष्ण आडवाणी रिटायर कर दिए गए हैं. यह पुरानी पीढ़ी की विदाई का संदेश है.

अमित शाह के लिए लोकसभा चुनाव लड़ना कुछ तात्कालिक और कुछ दीर्घकालिक लक्ष्य इंगित करता है. इससे भाजपा में पदानुक्रम तय हो रहा है. मोदी के साथ के जो नेता साठ पार वाले हैं, उनके लिए संदेश है कि पदानुक्रम में अब अमित शाह औपचारिक रूप से नंबर दो हो सकते हैं.
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यह भी स्पष्ट है कि अमित शाह लोकसभा में एक साधारण सदस्य की तरह नहीं रहने वाले हैं. लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार फिर बनी तो इस बात की प्रबल संभावना है कि अमित शाह देश के गृह मंत्री और कैबिनेट में नंबर दो होंगे.

वर्तमान गृह मंत्री राजनाथ सिंह के लिए यह बड़ा झटका होगा. इत्तेफाक की बात है कि पार्टी अध्यक्ष पद भी अमित शाह को राजनाथ सिंह को हटाकर ही मिला था.

पिछले पांच साल के राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर डालें तो मोदी-शाह की जोड़ी ने उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, असम, हिमाचल, अरुणाचल प्रदेश और अब गोवा में पचास साल या उससे कम के नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ सहकार्यवाहक रहते हुए संघ में पीढ़ी परिवर्तन का काम किया था और उसी समय भाजपा नेताओं को भी ऐसा करने की सलाह दी थी. ऐसे में अब फिलहाल सरकार में नंबर-दो राजनाथ सिंह का क्या होगा, वे कैबिनेट में रहेंगे तो उनकी हैसियत क्या होगी, नया पार्टी अध्यक्ष कौन होगा, अन्य वरिष्ठ मंत्रियों की स्थिति क्या रहेगी, हालांकि यह सारे प्रश्न तो चुनाव के बाद उठाने वाले हैं. लेकिन पार्टी के भीतर इन प्रश्नों पर चर्चा शुरू हो चुकी है.

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