लालू के नाम पर पांच मामले झारखंड में और एक मामला बिहार में दर्ज है, झारखंड के 5 मामलों में से लालू दो में दोषी करार दिए जा चुके हैं
पटना : रांची जेल में बंद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को 3.5 साल की सजा होने के बाद अब उन्हें जमानत के लिए हाईकोर्ट में जाना होगा. साथ ही, चारा घोटाला के ही एक अन्य मामले में यहां के सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद सहित नौ आरोपियों के विरुद्ध प्रोडक्शन वारंट जारी कर सभी को 10 जनवरी को कोर्ट में पेश करने को कहा है. सभी आरोपी अभी रांची की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में हैं. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, लालू के नाम पर पांच मामले झारखंड में और एक मामला बिहार में दर्ज है. उन्होंने बताया कि झारखंड के 5 मामलों में से लालू दो में दोषी करार दिए जा चुके हैं. बाकी 3 मामलों में ट्रायल जारी है.
अन्य आरोपी भी हैं रांची जेल में
लालू प्रसाद के अलावा जगदीश शर्मा, बेक जुलियस, फूलचंद सिंह, महेश प्रसाद, सुनील सिन्हा, त्रिपुरारी मोहन प्रसाद, सुशील सिन्हा और डॉ. आर.के. रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने देवघर ट्रेजरी से जुड़े चारा घोटाले के मामले में इन सभी को गत 23 दिसम्बर को दोषी पाया था. तब से सभी जेल में हैं.
लालू सहित 28 आरोपी हैं तीसरे मुकदमे के
फिलहाल 28 आरोपी इस तीसरे मुकदमे का सामना कर रहे हैं. हालांकि 2003 में सीबीआइ ने 44 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. उनमें से एक सीबीआई का गवाह बन गया, जबकि 15 की मृत्यु ट्रायल के दौरान हो गई. अभी तक सीबीआइ 75 गवाह अदालत में उपस्थित करा चुकी है. संबंधित घोटाला 46.98 लाख रुपए का है.
सजा का ऐलान होते ही राबड़ी देवी ने किया प्रेस कान्फ्रेंस
रांची में लालू प्रसाद की सजा का ऐलान होते ही यहां पटना में राबड़ी देवी ने प्रेस कान्फ्रेंस में सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में हमें एकजुट रहना है. शांति भंग नहीं करनी है. हमें अदालत पर पूरा भरोसा है. अपील में जाएंगे. न्याय जरूर मिलेगा.
पार्टी नेताओं से हुईं मुखातिब
इसके पहले पार्टी नेताओं की बैठक में राबड़ी ने जेल से आए लालू के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद हमारे लिए पार्टी नहीं, परिवार की तरह है. जिन सिद्धांतों को लेकर लालू ने संघर्ष की शुरुआत की है, उससे हम नहीं भटकेंगे. प्रेस कांफ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद थे.