बिरसा मुंडा

बिरसा मुंडा के परपोते मंगल सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल

झारखंड हादसा
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 रांची : धरती आबा की उपाधि से पूजित भगवान बिरसा मुंडा के परपोते मंगल सिंह मुंडा (46) का सोमवार, 25 नवंबर की शाम को खूंटी में सड़क दुर्घटना में घायल हो गए, जिसमें उनके सिर में गंभीर चोट लगी है. जिसके बाद उन्हें मंगलवार, 25 नवंबर की सुबह खूंटी सदर अस्पताल से रिम्स रेफर कर दिया गया. ऑपरेशन के बाद आज 27 नवंबर को भी स्थिति नाजुक बनी हुई है.

रिम्स में न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. आनंद प्रकाश ने बताया कि मंगल ब्रेन के दोनों हिस्से में ब्लड क्लॉट हो चुका था. मंगलवार को डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन किया. ब्रेन दोनों हिस्सों को खोलकर जमे खून को हटाया. सर्जरी करीब 4 घंटे तक चली. मंगल मुंडा की हालत गंभीर है. वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. 

यह दुर्घटना बंटी-तमाड़ रोड में रूताडीह गांव के पास 25 नवंबर, सोमवार की शाम टाटा मैजिक पलटने से हुई. जिसमें भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल (46) गंभीर रूप से घायल हो गए. मंगल, भगवान बिरसा के परपोते सुखराम मुंडा के बड़े बेटे हैं. उन्हें इलाज के लिए खूंटी सदर अस्पताल से रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) भेजा गया. 

ब्रेन की दोनों ओर ब्लड क्लॉट हो चुका था

– डॉ. आनंद प्रकाश ने बताया कि उनके ब्रेन में काफी गंभीर चोट लगी थी.
– ब्रेन के दोनों ओर ब्लड क्लॉट हो चुका था.
– दुर्घटना के कारण अत्यधिक रक्तस्राव होने से गंभीर हालत में उन्हें रिम्स लाया गया.
– मरीज को तत्काल ऑपरेशन की आवश्यकता थी.

रिम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष के नेतृत्व में करीब चार घंटे तक लंबी सर्जरी चली. डॉक्टरों ने बताया कि यह सर्जरी काफी जटिल थी, जिसमें उनके ब्रेन की दोनों ओर सर्जरी की गई और ब्रेन से क्लॉट को हटाया गया है.

हालत अभी नाजुक

हालांकि स्थिति आज 27 नवंबर को भी बहुत नाजुक है और इन्हें अभी भी वेंटिलेटर पर रखा गया है. इस सर्जरी की टीम में डॉ. सौरव बेसरा, डॉ. विकास कुमार, डॉ. राहुल माली, डॉ. रश्मि, एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. तुषार, डॉ. अलका सहित टेक्नीशियन शामिल थे.

स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंचाया

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंगल सिंह मुंडा सोमवार की शाम खूंटी से टाटा मैजिक से उलिहातू स्थित अपने घर जा रहे थे. इसी दौरान दुर्घटना हो गई. स्थानीय लोगों ने सड़क पर पलटी गाड़ी को देखा तो घायलों को खूंटी सदर अस्पताल ले भिजवाया. साथ ही पुलिस को सूचना दी. 

मंगल सिंह मुंडा को पहचान नहीं पाई थी पुलिस 

इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में लग गई. इसके बाद सोयको थाने की पुलिस ने घायल मंगल को ऑटो में बैठाकर सदर अस्पताल भेज दिया. उस समय पुलिस को पता नहीं था कि घायल व्यक्ति बिरसा मुंडा के वंशज हैं. इधर, तमाड़ के विधायक विकास कुमार मुंडा ने जब जिला प्रशासन को जानकारी दी. इसके बाद हड़कंप गया. 

सीएम हेमंत सोरेन ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के आदेश दिए

बात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंची. सीएम ने खूंटी डीसी को फोन कर तत्काल बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया. इधर उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने बताया कि चिकित्सकों के परामर्श पर उच्च स्तरीय इलाज के लिए एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जाएगी.

सरकार ने दी थी नौकरी, पर मंगल ने छोड़ दी

ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार ने 2007 में सुखराम मुंडा के तीनों भाइयों जंगल मुंडा, कानू मुंडा और मंगल मुंडा को नौकरी दी थी. छोटे भाई कानू मुंडा के मुताबिक ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद मंगल ने मुरहू प्रखंड में अनुसेवक के पद पर काम शुरू किया. लेकिन, कुछ ही दिन बाद नौकरी छोड़ दी. काफी समय तक मंगल घर से बाहर रहे. वह इधर-उधर घूमते रहे. परिजनों के मुताबिक मंगल मानसिक रूप से बीमार हैं.