नई दिल्ली : भारत मंडपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेले के आखिरी दिन सोमवार, 10 फरवरी, 2025 को सुनील श्रीवास्तव द्वारा संपादित, साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक “डाॅ धर्मवीर भारती की शख्सियत और पत्रकारिता” का हाल न.2 के लेखक मंच पर विमोचन हुआ.
पुस्तक के प्रमुख संयोजक एवं संपादक, लेखक और पत्रकार सुनील श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस पुस्तक की मेरी परिकल्पना को साकार करने में वरिष्ठ लेखक, पत्रकार टिल्लन रिछारिया का बहुमूल्य योगदान रहा. लेकिन तकलीफ इस बात की है कि आज वह हमारे बीच नहीं हैं. पुस्तक में भारती जी से सम्बन्धित लगभग पैंतीस लेखकों के संस्मरण, भारती जी से साक्षात्कार एवं वरिष्ठ साहित्यकारों के पत्र शामिल हैं.
हिन्दी साहित्य में ही नहीं, पत्रकारिता के क्षेत्र में भी डॉ. धर्मवीर भारती के कार्य स्तुत्य हैं. डॉ. भारती साप्ताहिक ‘धर्मयुग’ के संपादक थे. उन्होंने धर्मयुग को देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित साप्ताहिक बना दिया. इसके साथ ही उन्होंने धर्मयुग के माध्यम से अनेक युवाओं को अवसर देकर देश की हिंदी पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित करने का भी काम किया.
विमोचन के इस अवसर पर पत्रकार और लेखक डा. धर्मवीर भारती के प्रेरक व्यक्तित्व पर वरिष्ठ पत्रकार अनुराग चतुर्वेदी, नवभारत टाइम्स के सहायक सम्पादक प्रणव प्रियदर्शी एवं हिन्दू कालेज दिल्ली के प्रोफ़ेसर तथा बनास जन के सम्पादक पल्लव तथा भारत सरकार के कैबिनेट सचिव रह चुके सतीश अग्निहोत्री ( वर्तमान में आई.आई.टी. मुम्बई में प्रोफ़ेसर ) आदि ने अपने-अपने संस्मरण साझा किए. सभी वक्ताओं ने लेखक, पत्रकार सुनील श्रीवास्तव जी के इस प्रयास की मुक्त कंठ से सराहना की.
विमोचन के इस अवसर पर टिल्लन रिछारिया की पत्नी पुष्पा रिछारिया तथा बीटा रवि रिछारिया भी शामिल थीं. किताब के प्रकाशक राजीव सिन्हा, उमेश लखनपाल, एस.एस. डोगरा, सुकुमार चटर्जी, नमिता, राकेश, बबिता तथा विनय सहित अनेक पत्रकार, लेखक एवं हिन्दी प्रेमी उपस्थित थे. इस साहित्यिक चर्चा का मंच संचालन रुपेश कुमार ने किया.