श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के भावी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज यहां कहा कि जिन लोगों ने अनुच्छेद 370 को छीना, उन्हीं से इसकी बहाली की उम्मीद करना बहुत ही “मूर्खतापूर्ण” होगा, लेकिन उनकी पार्टी इस मुद्दे को जीवित रखेगी और इसे उठाती रहेगी.
आज जब उमर अब्दुल्ला से पूछा गया कि सरकार गठन के बाद इस मामले पर उनकी पार्टी का क्या रुख होगा, तो उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमारा राजनीतिक रुख नहीं बदलेगा. हमने कभी नहीं कहा कि हम अनुच्छेद 370 पर चुप रहेंगे या अनुच्छेद 370 अब हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं है.”
इसके साथ ही आज नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने उम्मीद जताई कि देश में नई सरकार आने पर जम्मू-कश्मीर के लिए कुछ विशेष प्रावधान किए जाएंगे. उन्होंने कहा, “मैंने चुनावों से पहले कई बार कहा है कि जिन लोगों ने अनुच्छेद 370 छीना, उनसे इसकी बहाली की उम्मीद करना मूर्खता होगी.”
वहीं आज अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि, “लेकिन हम इस मुद्दे को जिंदा रखेंगे. हम इस पर बात करते रहेंगे और उम्मीद करते हैं कि कल देश में सरकार बदलेगी, एक नई व्यवस्था आएगी, जिसके साथ हम इस पर चर्चा कर सकेंगे और जम्मू-कश्मीर के लिए कुछ हासिल कर पाएंगे.”
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता बीते मंगलवार को कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल कर ‘उल्लेखनीय कार्य’ करेंगे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने कहा था कि, “केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर कुछ चीजें की जा सकती हैं और कुछ चीजें नहीं की जा सकतीं, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि जम्मू-कश्मीर हमेशा के लिए केंद्र शासित प्रदेश नहीं रहेगा. हम उम्मीद करते हैं कि माननीय प्रधानमंत्री सम्मानजनक काम करेंगे और जल्द से जल्द जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा लौटाएंगे और फिर हमारे घोषणा पत्र के बाकी हिस्से को लागू किया जाएगा.”
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेकां-कांग्रेस गठबंधन को जीत की ओर ले जाने वाले अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई थी कि प्रधानमंत्री केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को राज्य का दर्जा बहाल करने का अपना वादा पूरा करेंगे.