शालीमार

शालीमार एक्सप्रेस के दो डिब्बे नागपुर के पास बेपटरी

नागपुर हादसा
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नागपुर : नागपुर के समीप शालीमार एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना सामने आई है. कलमना स्टेशन के पास ट्रेन संख्या 18029 के पार्सल वैन सहित दो डिब्बे पटरी से उतर गए. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सीनियर डीसीएम दिलीप सिंह ने बताया कि ट्रेन संख्या 18029 CSMT शालीमार एक्सप्रेस के दो डिब्बे S2 और पार्सल वैन नागपुर के निकट कलमना स्टेशन के पास पटरी से उतर गए.  रेलवे के अनुसार यह घटना मंगलवार को दोपहर बार 2 बजकर 10 मिनट पर हुई. 

सूत्रों के अनुसार प्रथम दृष्टया शालीमार एक्सप्रेस के इन डिब्बों के बेपटरी होने का कारण रेलवे की लापरवाही और इतवारी स्टेशन से लेकर कलमना स्टेशनों के बीच विकास कार्य में लेटलतीफी है. कलमना यार्ड में ट्रेन का ट्रैक बदलने वाले क्रॉस ओवर और पटरी के बीच की दूरी में अंतर के चलते घटना हो सकती है. ऐसे हादसे किसी न किसी खामी के चलते ही होते हैं.

पटरी से उतरा एक डिब्बा यानी पार्सल वैन था. दूसरा डिब्बा इंजन के पीछे 2 नंबर पर था. इसलिए ट्रेन को तीसरे और 12वें डिब्बे से अलग करते हुए तीन हिस्सों में बांट दिया गया. शाम 5.31 बजे जब विपरीत दिशा में इंजन लगाकर 12वें डिब्बे के बाद वाले ट्रेन के हिस्से को इतवारी की ओर बढ़ाया जा रहा था तो आखिरी डिब्बे का एक पहिया फिर पटरी से अलग होता हुआ दिखाई दिया.

उल्लेखनीय है कि अलग किए गए ट्रेन के इस बढ़ते हिस्से के पहिए पटरी छोड़ने लगे. धीमी होने की वजह से गाड़ी रोक ली गई. इसके बाद फिर सुधार का काम शुरू हुआ. रेलवे में काम को लेकर लापरवाही की भी कोई कमी नहीं है. कलमना यार्ड का सुधार कार्य न होना इसका एक उदाहरण है. उधर दपूमरे, नागपुर मंडल का मुख्य स्टेशन होने के बावजूद इतवारी स्टेशन का अब तक विकास कार्य पूरा नहीं हो पाया है और वार्ड रिमॉल्डिंग का काम भी अधूरा है. इसमें भी लेटलीफी कायम है. इतवारी से नागभीड तक आमान परिवर्तन का कार्य भी भारी कोताही और लेटलतीफी के चलते पूरा नहीं हो पाया है. रेलवे में आवश्यक विकास कार्य जैसे मजाक बनकर रह गए हैं.

प्रेस नोट में जांच का जिक्र नहीं : घटना के बाद दपूमरे मंडल द्वारा जारी प्रेस – विज्ञप्ति में कहीं किसी जांच का उल्लेख नहीं किया गया. पार्सल वैन को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई. माल की दुलाई से रेलवे को काफी आय होती है. शालीमार एक्सप्रेस का पार्सल वैन भी बेपटरी हुआ था. मंगलवार की शाम तक दपूम रेल मंडल की ओर से यह भी स्पष्ट नहीं किया गया कि इस पार्सल वैन को कहां रखा गया और इसे आगे भेजा गया या नहीं. मुसाफिरों के साथ माल का भी समय पर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचना जरूरी है. लेकिन ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण पार्सल चैन में लदा माल भी वक्त पर मंजिल तक नहीं पहुंच पा रहा है