केजरीवाल के शाही सरकारी निवास की तरह आंध्र के पूर्व सीएम ने भी बनवाया आलिशान आशियाना
आंध्र प्रदेश दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बनवाए गए शाही सरकारी निवास के बाद अब आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के विधानसभा चुनाव में हारने के बाद TDP ने आरोप लगाया है कि ‘उन्होंने टूरिज्म प्रोजेक्ट की आड़ में अपने लिए इस महल को बनवाया है.’ इसके लिए रुशिकोंडा हिल्स पर पर्यावरणीय मानदंडों और नियमों को ताक पर रख दिया गया है. मिली जानकारी की मानें तो इस आलीशान रुशिकोंडा हिल पैलेस को करीब 452 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है.
कैसे विवादों में आया रुशिकोंडा हिल पर बना पैलेस?
TDP विधायक और पूर्व मंत्री गंता श्रीनिवास राव ने स्थानीय जन सेना नेताओं के साथ रुशिकोंडा की पहाड़ी पर बने नवनिर्मित पर्यटन परिसर का दौरा किया और बाद में तस्वीरें जारी कीं.
अब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस भव्य पर्यटन परिसर पर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. TDP ने इस शाही महल की तस्वीरें भी जारी कर दी हैं और आरोप लगाया गया कि ‘YSRCP प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने चुनाव के बाद विजाग में शिफ्ट होने की उम्मीद के साथ पब्लिक फंड से अपने लिए भव्य महल का निर्माण किया था.’
दरअसल, 2021 में YSRCP सरकार ने घोषणा की थी कि पहाड़ी पर आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम (APTDC) द्वारा संचालित हरिथा रिसॉर्ट का टूरिस्ट अट्रैक्शन के रूप में पुनर्विकास किया जाएगा. तब से रिसॉर्ट का 9.88 एकड़ क्षेत्र सीमा से बाहर हो गया है. पूर्व YSRCP सरकार का कहना था कि विकास कार्य अभी चल रहा है.
आधिकारिक रिकॉर्ड की मानें तो क्षेत्र को कई ब्लॉकों में विभाजित किया गया था और 356.4 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से जमीन पर बिल्डिंग बनाई जा रही थी. पूर्व पर्यटन मंत्री आर.के. रोजा ने फरवरी में इसका उद्घाटन भी किया था. TDP सालों से इस प्रोजेक्ट की “गोपनीयता” पर सवाल उठा रही है और आरोप भी लगाया है कि प्रोजेक्ट की आड़ में जगन के लिए “राज महल” बनाया जा रहा है.
महल की भव्यता कर देगी दंग
इस आलीशान महल में सात लग्जरी रेजिडेंशियल और ऑफिस बिल्डिंग हैं, जिसे कथित तौर पर जगन रेड्डी के कैंप कार्यालय के रूप में बनाया गया था. भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता विनुशा रेड्डी ने दावा किया कि जगन मोहन के इस महल जैसे निर्माण ने सभी को चौंका दिया है. उन्होंने कहा है कि महल के एक-एक बाथटब पर 36 लाख और कमोड पर 3.5 लाख खर्च किया गया है. साथ ही महल को अत्यधिक कीमती शाही फर्नीचरों से सुसज्जित किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब जनता के पैसे के दुरुपयोग के अलावा कुछ नहीं है.
रुशिकोंडा पहाड़ी पर महल को समुद्र तट पर बनाया गया है. इसमें 12 बेडरूम हैं और हर बेडरूम में अटैच लग्जरी वॉशरूम है. इस भव्य ‘महल’ में हाई क्वालिटी फर्निशिंग, साजो-सामान, चमचमाते झूमर, शानदार फ्लोर वर्क समेत और भी कई लग्जरी सुविधाएं हैं. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एक-एक बाथरूम को 430 वर्ग फीट में बनाया गया है. और तो और बाथटब, इंटीरियर डेकोरेशन और फर्नीचर पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं.