मंत्री बनने के बाद राजस्व अधिकारियों के साथ संभागीय आयुक्त कार्यालय में पहली बैठक
नागपुर : आम जनता ने बड़े विश्वास के साथ हमें सौंपा है. लोगों को साधारण चीजों के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों से संपर्क करना पड़ता है. इसमें राजस्व विभाग से जुड़े कई सवाल हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, जनता ग्रामीण क्षेत्रों में तलाठी से लेकर संभागीय आयुक्त कार्यालय तक जिम्मेदार और समान रूप से त्वरित प्रशासन की अपेक्षा करती है.
राजस्व मंत्री का पदभार संभालने के बाद सोमवार, 23 दिसंबर को चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर संभागीय आयुक्त कार्यालय में सरकारी योजनाओं की समीक्षा की. संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदारी ने राजस्व विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की वर्तमान स्थिति की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से राजस्व मंत्री को दी.
उन्होंने कहा कि पासपोर्ट कार्यालयों की तरह राजस्व कार्यालय काम करें. इसके लिए प्रशासनिक तंत्र को अपनी कार्यप्रणाली में तेजी लानी होगी और अपनी जिम्मेदारियों को समय पर पूरा करने पर ध्यान देना होगा. राजस्व मंत्री बावनकुले ने आश्वस्त किया कि सरकार इसके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी.
इस अवसर पर अतिरिक्त राजस्व आयुक्त डॉ. माधवी खोड़े, अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप कुलकर्णी, राजलक्ष्मी शाह, उपायुक्त डॉ. कमल किशोर फुटाने, विवेक इल्मे, मनोज शाह, अनिल गोतमारे, अनिल बंसोड़, भूमि अभिलेख विभाग के उप निदेशक विष्णु शिंदे, क्षेत्रीय विभागीय जांच अधिकारी दीपाली मोतीयेले एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे.
राजस्व मंत्री बावनकुले ने कहा कि त्वरित प्रशासन के लिए पर्याप्त जनशक्ति आवश्यक है. हम उस क्षेत्र को संतुलित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जहां जनशक्ति का बैकलॉग है. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में सुविधाजनक स्थान पर स्थानांतरण नहीं होगा.
घरकुल योजना के तहत गरीबों को घर के लिए कम कीमत पर रेत उपलब्ध होनी चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया कि संभागीय आयुक्त स्तर पर नियुक्त समिति की रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है और जल्द ही इस पर रणनीतिक निर्णय लिया जाएगा. प्रत्येक सरकारी कर्मचारी, सरकार का चेहरा होता है. उन्होंने समझाया कि जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के कार्य अधिकारीगण जिम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा से निभाएं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी को आश्रय देने की जिम्मेदारी ली है. अतः यह जरूरी है कि सरकारी आवास योजनाओं का लाभ सभी को मिल सके. उन्होंने प्रयोगात्मक आधार पर एनएमआरडीए, महानिर्मिती और नागपुर के बैंकों के बीच एक संयुक्त समझौता करके महादुला में श्रमिकों के लिए एक आवास योजना लागू करने की इच्छा व्यक्त की, ताकि महानिर्मिती जैसी सरकारी पहल के तहत काम करने वाले अनुबंध श्रमिकों को उनका सही घर मिल सके. उन्होंने कलेक्टर कार्यालय का दौरा कर समीक्षा की. कलेक्टर डाॅ. विपिन इटनकर ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया.