3 हजार करोड़ के विदेशी ऑर्डर में से हजार करोड़ के गोला-बारूद रवाना भी कर दिए
नागपुर : रक्षा क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना एक कदम आगे बढ़ कर फलीभूत हुई है. आज देश की निजी कंपनियां देश के लिए गोला-बारूद की रक्षा जरूरतों को पूरा करने के साथ आज भारत दूसरे देशों को भी गोला-बारूद निर्यात करने में सक्षम हो गई हैं. साथ ही देश के लिए विदेशी मुद्रा भी अर्जित कर रही हैं.
इस कार्य में नागपुर की सार्वजनिक क्षेत्र की यंत्र इंडिया लिमिटेड (YIL) (शासकीय ऑर्डनेन्स फैक्ट्री की अनुषंगी) सहित निजी क्षेत्र की दो और कंपनियां अग्रणी भूमिका निभा रही हैं. निजी क्षेत्र की ये हैं दो कंपनियां- सोलर ग्रुप और म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL). एक और नई कंपनी जल्द ही उत्पादन शुरू करने वाली है. वह है- स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड. इन कंपनियों को 3 हजार करोड़ का ऑर्डर मिला है और अब तक 1 हजार करोड़ का गोला-बारूद ये सप्लाई भी कर चुकी हैं.
खास बात यह है कि यहां खरीदार रूस और यक्रेन नहीं, बल्कि बुल्गारिया, स्पेन, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम, ब्राजील, पोलैंड और सऊदी अरब जैसे देशों के लोग हैं. दुनियाभर में कई देशों के बीच चल रहे तनाव और युद्ध का फायदा विस्फोटक और गोला-बारूद बनाने वाली कंपनियों को मिल रहा है. ऐसे में नागपुर की इन कंपनियों की भी चांदी हो गई है.
इस मार्केट में सबसे ज्यादा मांग 155 एमएम, होवित्जर गन, 40 एमएम शोल्डर फायर्ड रॉकेट की है. नागपुर से प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन महीने में नागपुर से 900 करोड़ रुपए से ज्यादा के कारतूस, रॉकेट और बम सप्लाई हो चुके हैं. इसके अलावा 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का ऑर्डर मिला है. इसमें कच्ची बारूद के ऑर्डर भी शामिल हैं.
वहीं नागपुर की कंपनियों का दावा है कि यहां से एक कारतूस भी युद्धग्रस्त देशों को सप्लाई नहीं हुआ है. दूसरे देशों के खरीदार “एंड यूज सर्टिफिकेट” जारी करते हैं, जिसके आधार पर ही भारत में निर्माताओं को सरकार से गोला-बारूद और हथियार बेचने का लाइसेंस मिलता है. वहीं कुछ देशों में इन सामानों का निर्यात प्रतिबंधित भी है. नागपुर के निर्माताओं ने कहा कि युद्धग्रस्त देशों से मुनाफा कमाने की अन्य देशों की नीति की तरह भारत के उद्योग की नीति नहीं है.
नागपुर से निर्यात होने वाले नए हथियारों में बम और ग्रेनेड शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जून तक नागपुर से 770 करोड़ रुपए के बम सप्लाई किए जा चुके हैं. पिछले वित्त वर्ष में चंद्रपुर जिले से 458 करोड़ रुपए के गोला-बारूद सप्लाई किए गए थे. इस जिले से अप्रैल से जून तक 171 करोड़ रुपए के बम बाहर भेजे जा चुके हैं.
यंत्र इंडिया लिमिडेड ने बोफोर्स गन का प्रोडक्शन बढ़ा दिया है. वहीं दूसरी सरकारी कंपनी म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड ने विस्फोटक, कारतूसों का प्रोडक्शन बढा़या है. इसके अलावा नागपुर की कंपनियां बड़ी मात्रा में कच्चा माल भी सप्लाई कर रही हैं.