कोलकाता

कोलकाता पुलिस-बलात्कारी के क्रिया कलाप हैरानी भरे

अपराध पश्चिम बंगाल 
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दिल्ली : कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर (Kolkata Rape Murder) की जांच में सामने आ रहे तथ्यों ने सीबीआई और सुप्रीम कोर्ट दोनों को हैरान कर दिया है. सीबीआई बलात्कारी संजय रॉय की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी से उसमें छिपे ‘जानवर’ को देख हैरान है. उधर CBI की प्रारंभिक स्टेटस रिपोर्ट में कोलकाता पुलिस की जांच प्रक्रिया पर सुप्रीम कोर्ट हैरान है. सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि पुलिस ने जांच में क्रिमिनल प्रोसीजर कोड का पालन ही नहीं किया. 

बलात्कार के आरोपी संजय रॉय के साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी टेस्ट का सीबीआई ने जो साइकोएनालिटिक प्रोफाइल तैयार किया है, उससे चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है, जिससे सीबीआई की टीम भी हैरान है. 

उधर सीबीआई ने जांच से संबंधित प्रारंभिक रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दी है. उसके आधार पर आज गुरुवार, 22 अगस्त को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार के वकील कपिल सिब्बल से तमाम बिंदुओं पर सवाल किए और कोलकाता पुलिस द्वारा इस मामले में अपनाई गई प्रक्रिया पर भी हैरानी जताई. 

सीबीआई की टीम ने साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी के दौरान संजय रॉय के मोबाइल फोन से मिले हिंसक और पोर्न वीडियो को लेकर महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए. इस टेस्ट के दौरान एक्सपर्ट को ऐसा लगा कि संजय रॉय सटायरिएसिस हाइपरसेक्सुअलिटी (Satyriasis Hypersexuality) से ग्रसित हो सकता है. संजय रॉय से पूछे गए सवाल निम्नलिखित हैं-

1. क्या वह रेड लाइट एरिया जाता था?
2. क्या वह रेप और हत्या वाले दिन रेड लाइट एरिया गया था?
3. क्या उसने घटना वाले दिन मोबाइल में हिंसक पोर्न वीडियो देखे थे?
4. संजय रॉय ने कितनी शादियां की?

सटायरिएसिस हाइपरसेक्सुअलिटी का मतलब होता है सेक्स को लेकर भूख. टेस्ट में सामने आया है कि संजय की प्रवृत्ति पाश्विक है यानी कि वह सेक्स एडिक्ट है. रेप के आरोपी ने टेस्ट के दौरान यह भी बताया कि वो अक्सर कोलकाता के रेड लाइट एरिया सोनागाछी जाता रहता है. हालांकि वारदात के दिन क्या वो रेड लाइट एरिया गया था, जिसको लेकर उसने गुमराह करने वाला जवाब दिया.

मुख्य आरोपी संजय रॉय पाश्विक प्रवृत्ति का शख्स है, ये बात सीबीआई के द्वारा तैयार साइकोएनालिटिक प्रोफाइल से पता चलती है. सीबीआई ने संजय रॉय का जो साइकोएनालिटिक प्रोफाइल तैयार किया है, उससे ये तस्वीर पेश हो रही है कि उसकी प्रवृत्ति पशुओं जैसी है. रेप और मर्डर का आरोपी संजय सेक्स एडिक्ट है. 

साइकोएनालिस्ट्स की टीम जब उससे पूछताछ कर रही थी तो उसके माथे पर कोई शिकन तक नहीं थी. जैसे उसे कोई पछतावा नहीं है. क्राइम सीन पर जो कुछ भी हुआ, उसे बताते समय ऐसा लग रहा था कि उसके भीतर भावनाएं तो है ही नहीं. वह बेशर्मी से अपना पक्ष रख रहा था. जिसे देखकर सीबीआई भी हैरान रह गई.

साइकोलॉजिकल टेस्ट के दौरान रेप के आरोपी संजय रॉय से पांच घंटे तक लगातार सवाल पूछे गए. केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) की पांच एक्सपर्ट्स की टीम के पास सवालों की लंबी फेहरिस्त थी. इसमें उसके जीवन और वारदात  से जुड़े सवाल शामिल थे.

पांच घंटे तक एक्सपर्ट की टीम घुमा फिराकर सवाल पूछती रही.  इन सवालों की ऑडियो रिकॉर्डिंग की गई. इस ऑडियो रिकॉर्डिंग को खास तरह की मशीन में डाला गया और फिर आवाज का विश्लेषण किया गया. एक्सपर्ट ने उसकी आवाज के उतार-चढ़ाव से यह जानने की कोशिश की कि जवाब देते समय वह सच बोल रहा था यह झूठ. जानकारी के मुताबिक टेस्ट में संजय रॉय अति कामुकता से ग्रसित मिला.

सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक वारदात के दिन उसने शराब पी थी और कई पॉर्न वीडियो देखे थे. इसके बाद वह कोलकाता के रेड लाइट एरिया गया था. वहां से लौटने के बाद उसने इस पूरी घटना को अंजाम दिया. जांच में यह बात भी सामने आई है कि उसे चार शादियां की हुई थीं. सभी पत्नियां उसे छोड़कर चली गई थीं. इस टेस्ट के बाद सीबीआई अब उसका लाई डिटेक्टर टेस्ट करना चाहती है.

संजय रॉय ने कबूल किया की उसने वारदात के दिन पोर्न वीडियो देखें थे. संजय रॉय से उसकी निजी जिंदगी को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए थे. सजंय रॉय की एक से अधिक शादियों को लेकर उससे सवाल पूछे गए. बता दें कि संजय रॉय की मां ने एक शादी तो उसकी बहन ने दो शादी की बात कैमरे पर कबूली थी.

हाइपरसेक्सुअलिटी एक तरह की मानसिक बीमारी है. जिसकी वजह से यौन उत्तेजना बढ़ जाती है और मरीज यौन गतिविधियों में शामिल हो जाता है या फिर इसके बारे में ही सोचता रहता है. हाइपरसेक्सुअल डिसऑर्डर को सेक्स एडिक्शन के तौर पर भी जाना जाता है. इस बीमारी से ग्रसित लोगों में सेक्स को लेकर बहुत ही जुनून होता है.  

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